कोरोना वायरस (Corona Virus) की दूसरी लहर ने भारत में भयावह रूप ले लिया है. कोरोना की भयंकर तेज रफ्तार से हाहाकार मचा है. संक्रमण से हालात दिनों दिन बिगड़ते जा रहे हैं और जरूरी दवाओं से लेकर ऑक्सीजन की भारी किल्लत है. ऑक्सीजन की कमी ने मरीजों की सांसें अटका दी हैं. ऐसे में भारतीय रेलवे (Indian Railway) के बाद अब भारतीय एयरफोर्स ने इस संकट काल में लोगों की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है. ऑक्सीजन सिलेंडर और दवाओं की आपूर्ति के लिए एयरफोर्स (Air Force ) ने जिम्मेदारी उठाई है.
भारतीय एयरफोर्स ने लगाए अपने विमान
ऑक्सीजन की सप्लाई में मदद के लिए भारतीय वायुसेना ने अपने दो C-17 विमानों को लगाया है, जिन्होंने गुरुवार को दो खाली क्रायोजेनिक ऑक्सीजन कंटेनर को पनागढ़ तक एयरलिफ्ट किया. जबकि एक IL-76 विमान ने एक खाली कंटेनर को पहुंचाने में मदद की. ऑक्सीजन सप्लाई में वायुसेना की मदद से कम समय लगेगा और आपूर्ति में तेजी आएगी. हालांकि विमानों में खाली सिलेंडर ही भेजे गए, ताकि समय बच सके. भरे सिलेंडर ट्रेन से जा रहे हैं.
एयरलिफ्ट नहीं किए जा सकते भरे ऑक्सीजन कंटेनर
हालांकि आपको बता दें कि यह सिर्फ खाली कंटेनर थे, उनमें ऑक्सीजन भरी हुई नहीं थी. भरे हुए ऑक्सीजन सिलेंडर को एयरलिफ्ट नहीं किया जा सकता है. पिछले दिनों दिल्ली हाईकोर्ट ने भी इसके पीछे का कारण बताया था. कोरोना के हालात पर सुनवाई के दौरान जब दिल्ली सरकार ने सुझाव दिया था कि तत्काल ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए इसका परिवहन विशेष विमान से किया जा सकता है. इस पर हाईकोर्ट ने कहा था कि उनके विधि शोधार्थी द्वारा किए गए शोध से पता चलता है कि ऑक्सीजन को एयरलिफ्ट करना खतरनाक हो सकता है.
भरे हुए ऑक्सीजन ट्रक के लिए ट्रेन
गौरतलब है कि भरे हुए ऑक्सीजन ट्रकों को तत्काल पहुंचाने के लिए भारतीय रेलवे आगे आई है. ऑक्सीजन की भारी किल्लत के बीच रेलवे की ओर से ऑक्सीजन एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गई. यह स्पेशल ट्रेन सबसे पहले महाराष्ट्र भेजी गई. ट्रेन में आंध्र प्रदेश से ऑक्सीजन से भरे ट्रकों को महाराष्ट्र लगाया गया. इसके अलावा भी अन्य राज्यों में ऑक्सीजन की सप्लाई में रेलवे मदद कर रही है.