बेंगलुरु के हवाईक्षेत्र में एक बड़ा विमान हादसा होने से टल गया। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, 10 जुलाई को इंडिगो के दो विमान हवा में टकराने से बाल-बाल बच गए।
हैदराबाद से आ रहे इंडिगो के विमान में 162 यात्री थे वहीं दूसरे विमान में 166 यात्री सवार थे। सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि दोनों विमानों के बीच 200 फीट की दूरी थी।
ट्रैफिक कोलिजन अवॉइडेंस सिस्टम (टीसीएएस) अलार्म बंद होने के बाद दोनों विमानों के बीच इस हादसे को होने से टाला गया। सूत्रों ने कहा कि विमान दुर्घटना जांच बोर्ड (एएआईबी) ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है।
इस मामले पर इंडिगो एयरलाइंस ने कहा, 'टीसीएएस-रेज़ोल्यूशन एडवाइजरी सिस्टम 10 जुलाई को कोयंबटूर-हैदराबाद और बैंगलोर-कोच्चि मार्गों पर विमानों के संचालन से ट्रिगर हुआ था।'
टीसीएएस विमान में लगा एक उपकरण होता है जो विमान की पहुंच के दायरे में हवाई यातायात की जानकारी पायलट को देता है।
गौरतलब है कि साल 1996 में चाखरी दादरी गांव के पास सऊदी अरब विमान और कजाकिस्तान विमान एक दूसरे से हवा में टकरा गए थे।
इस दुर्घटना में दोनों विमान में सवार 349 यात्रियों की मौत हो गई थी। यह हादसा दुनिया के सबसे दर्दनाक विमान दुर्घटनाओं में से एक है। आज भी लोग 12 नवंबर 1996 को याद कर सिहर उठते है।
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Source : News Nation Bureau