भारत में सऊदी अरब के राजदूत डॉ अहमद अल बन्ना ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में हमने अहम भूमिका निभाई थी. सऊदी राजदूत ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच जब तनाव चरम पर पहुंच गया था तो उस दिन क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाक पीएम इमरान खान से बातचीत की थी. उन्होंने कहा कि हमारी भूमिका विवाद को शांतिपूर्ण तरीके से खत्म करने की थी. बता दें कि 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद सऊदी क्राउन प्रिंस ने पाकिस्तान और भारत का दौरा किया था.
आईआईटी दिल्ली में एक संबोधन के दौरान अल बन्ना ने कहा, 'हमने मध्यस्तता (भारत और पाकिस्तान के बीच) नहीं की चुंकि दोनों पक्षों की तरफ से ऐसा आग्रह नहीं किया गया. हमने विशेष रिश्तों के जरिये तनाव को कम करने की कोशिश की थी.'
जेट और एतिहाद एयरवेज के बीच बातचीत में गतिरोध को लेकर उन्होंने कहा, 'एतिहाद की जेट एयरवेज में 24 फीसदी हिस्सेदारी है और जेट का अपना कार्यक्रम, प्रबंधन और निर्णय है. हां, वे कुछ कठिनाईयों का सामना कर रहे होंगे, लेकिन यह जेट पर है कि वे क्या करना चाहते हैं.'
बन्ना ने कहा, सऊदी आतंकवाद और आतंकियों के खिलाफ है और 'इस्लाम को कुछ लोगों ने हाइजैक कर लिया है.' उन्होंने भारत और पाकिस्तान के मुद्दे पर कहा कि हम दोनों देशों के बीच शांति चाहते हैं. उन्हें बैठकर बातचीत करने की जरूरत है.
भारत दौरे पर आए प्रिंस मोहम्मद ने अपनी टिप्पणी में चरमपंथ व आतंकवाद को दोनों देशों के लिए चिंता का विषय बताया था और कहा था कि सऊदी अरब, भारत के साथ पूरा सहयोग करेगा.
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उन्होंने कहा था, 'जहां तक आतंकवाद व चरमपंथ का मुद्दा है, यह हम दोनों की चिंता है. हम भारत को बताना चाहते हैं कि हम हर तरीके से आप के साथ सहयोग के लिए तैयार हैं. हम सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि पड़ोस के सभी देशों के साथ कार्य करने के लिए तैयार हैं, जिससे आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित रहे.'
Source : News Nation Bureau