केंद्र सरकार ने 15 कंपनियों को 90 मार्गो पर विमान और हेलिकॉप्टर (चॉपर) सेवा संचालन की मंजूरी दी है। इनमें से अधिकतर 'उड़ान योजना' के अंतर्गत आंशिक रूप से प्रयोग किए गए या बिना प्रयोग किए गए मार्ग हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय मंत्रालय के अनुसार, इन 90 मार्गो में से 67 को विमान संचालन के लिए तय किया गया है जबकि बाकी को हेलिकॉप्टर सेवा के लिए तय किया गया है।
इस योजना के बाद 73 ऐसे एयरपोर्ट और हैलिपेड पर हवाई सेवाएं शुरू होंगी जहां पर या तो ये सेवाएं थीं ही नहीं या फिर गिनती की ही थीं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री अशोक पी गणपति राजू ने इस स्कीम की जानकारी देते हुए बताया कि उड़ान स्कीम के दूसरे राउंड की बिडिंग प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इस प्रक्रिया में कुल 502 रूटों को शामिल किया गया है।
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मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि सबसे ज्यादा 20 रूट्स इंडिगो के स्वीकार किए गए हैं। इसी क्रम में स्पाइसजेट के 17, जेट के 4 प्रस्तावों को मंजूरी मिली है। इस बार इन रूटों के लिए सरकार 620 करोड़ रुपये की सब्सिडी देगी।
बता दें कि इससे पहले उड़ान पार्ट वन में 128 रूट्स के लिए पांच एयरलाइन ऑपरेटरों को अधिकार दिए गए थे।
इस स्कीम से बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों में छोटे शहर हवाई मार्ग से जुड़ जाएंगे। इतना ही इस स्कीम के तहत करगिल से भी फ्लाइट शुरू होंगी।
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Source : News Nation Bureau