अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन (Underworld Don Chhota Rajan) एम्स (AIIMS) में कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है. शुक्रवार को उसकी मौत की अफवाहों की खबरों ने बाजार गर्म कर दिया था. लेकिन हम आपको बता दें कि छोटा राजन जिंदा है. छोटा राजन काफी समय से दिल्ली की तिहाड़ जेल (Delhis Tihar Jail) में बंद था. कुछ दिनों पहले ही वो जेल में कोरोना वायरस संक्रमण (Corona Virus Infection) का शिकार हो गया था जिसके बाद उसकी तबीयत काफी ज्यादा खराब हो गई थी. ऐसे में इलाज के लिए छोटा राजन को जेल से एम्स में शिफ्ट कर दिया गया था जहां शुक्रवार को उसकी मौत की अफवाह ने पूरे मीडिया जगत को भ्रमित कर दिया.
मुंबई में बड़ा राजन की मौत के बाद छोटा राजन ही दाऊद इब्राहिम गैंग में नंबर 2 पायदान पर बैठा था. कम लोग ही जानते हैं कि छोटा राजन को नाना या सेठ के नाम से भी जाना जाता था. छोटा राजन का जन्म मुंबई के चेम्बूर इलाके की तिलक नगर बस्ती में हुआ था. छोटा राजन का पैतृक गांव पश्चिम महाराष्ट्र के सतारा के फल्तान तहसील के गिरवी गांव है जहां उसके पुरखों का घर है. पहले वहां पर कभी घर के नाम पर एक झोपड़ी हुआ करती थी लेकिन अब वहां एक महलनुमा बंगला बन चुका है. आपको बता दें कि छोटा राजन ने अपना बचपन यहीं पर बिताया था. में बदल चुका है। छोटा राजन ने अपना बचपन यहीं बिताया था।
कहते हैं कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते हैं चाहे वो सद्गुणों वाला हो चाहे वो दुर्गुणों वाला हो ऐसा ही कुछ छोटा राजन में भी बचपन से ही दिखाई देना शुरु हो गया था. महज 10 साल की उम्र में ही छोटा राजन सिनेमा की टिकट ब्लैक करने लगा था. इसी दौरान उसकी मुलाकात मुंबई के माफिया बड़ा राजन (राजन नॉयर) से हुई. बड़ा राजन के संपर्क में आने के बाद छोटा राजन धीरे-धीरे उसका दाहिना हाथ बन गया.
दाऊद से छोटा राजन की दोस्ती
बड़ा राजन का हाथ सिर पर आने के बाद धीरे-धीरे छोटा राजन के किस्से भी क्राइम की खबरों में छपने शुरू हो गए थे. अब तक वो जरायम की दुनिया का एक बड़ा नाम बन चुका था. किस्सा छोटा राजन का हो और उसे में अंडरवर्ल्ड दाऊद की दोस्ती का जिक्र ना हो तो किस्सा अधूरा रह जाता है. बड़ा राजन की मौत के बाद मुंबई के पूरे गैंग की कमान छोटा राजन ने अपने हाथों में ले ली. छोटा राजन के अपराध जगत में तेजी से बढ़ते हुए कदमों से दाऊद भी प्रभावित था. उसने छोटा राजन को अपने साथ मिला लिया अब दोनों दोस्त बन चुके थे.दोनों ने एक साथ मिलकर मुंबई में तस्करी, हत्या, वसूली, और बॉलीवुड की फिल्मों में फाइनेंस करने के काम में लग गए थे.
ऐसे हुई थी दाऊद से दुश्मनी
छोटा राजन और दाऊद मिलकर मुंबई पर राज कर रहे थे. अपराध जगत की दुनिया में दोनों मुंबई में छाए हुए थे दोनों ने तय किया कि ये गैर कानूनी धंधे अब देश के बाहर भी जाकर किया जाए. इसके बाद साल 1988 में छोटा राजन दुबई चला गया. दाऊद की छत्रछाया में छोटा राजन की धमक विदेशों में भ गूंजने लगी थी. इसी दौरान देश में राम मंदिर आंदोलन हुआ जिसके अंतर्गत अयोध्या का वो विवादित बाबरी ढांचा गिराया गया. इस वजह से देश में हिन्दू-मुस्लिम दंगे भी हुए. इसके बाद इसी का बदला लेने के लिए साल 1993 में हुआ था बंबई बम कांड. इस बम कांड के बाद छोटा राजन और दाऊद के बीच दूरियां बढ़ती गईं और देखते ही देखते दोनों एक दूसरे की जान के दुश्मन बन बैठे.
HIGHLIGHTS
- छोटा राजन के मौत की खबर निकली अफवाह
- मीडिया छोटा राजन को लेकर हुआ फेक न्यूज का शिकार
- अंडरवर्ल्ड डॉन को कोरोना संक्रमण के बाद एम्स में शिफ्ट किया गया