कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. सरकार और किसानों के बीच सोमवार को हुई बैठक बेनतीजा रही. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बृहस्पतिवार यानि कल फिर बैठक होगी. मुझे उम्मीद है कि इस मुद्दे को सुलझा लिया जाएगा. नरेंद्र सिंह ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि कानून उनके हित में हैं और लंबे इंतजार के बाद सुधार किए गए हैं. लेकिन अगर उन्हें इस पर कोई आपत्ति है तो हम उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए तैयार हैं.
किसान आंदोलन के छठे दिन आज किसानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. किसान यूनियन हरियाणा प्रेसिडेंट दर्शन पाल ने कहा कि हम तीन कानूनों को लिखकर देंगे, क्या दिक्कत है इन कानूनों से. हमारी बात मानते हैं तो ठीक, नहीं तो प्रदर्शन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि इस कानून को रद्द करें. टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर के साथ सभी बॉर्डर सील कर दिए जाएंगे. देश भर में प्रदर्शन शुरू हो जाएगा. इस मीटिंग के साथ-साथ राकेश टिकैत का साथ भी मिल गया है. पूरे देश मे किसान पुतला दहन करेंगे. 5 तारीख को मोदी सरकार का पुतला दहन होगा.
इसके बाद 7 दिसंबर को अवार्ड वापसी होगी. संयुक्त किसान मोर्चा गुरनाम सिंह ने कहा कि सैनिक और खिलाड़ी अवार्ड वापसी करेंगे. अभी स्पष्ट नहीं है हालांकि, शुरुआत में सैनिक और जवान बोले थे, लेकिन अभी क्लियर करने के लिए कहा है. किसान नेता शिवकुमार कक्का ने कहा कि अगर कानून को खत्म नहीं किया तो दिल्ली को चारों तरफ से जाम कर देंगे.
Source : News Nation Bureau