केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सिख फोर जस्टिस को गौर कानूनी करार दिया है. यह फ्रिंज ग्रुप कुछ उग्र सिखों द्वारा चलाई जा रही थी. यह अमेरिका, कनाडा और यूके में चलाया जा रहा था. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने UAPA के 3(1) धारा 1967 के तहत गैरकानूनी करार दिया गया. 12 केस दर्ज किया गया. जिसमें 39 सिख फोर जस्टिस को गिरफ्तार कर लिया गया. कई सोशल मीडिया साइड को बंद कर दिया गया है.
MHA Sources: Union Cabinet declares Sikhs for Justice,a fringe group run by few radical Sikhs of foreign nationality in US, Canada, UK etc, as an unlawful assn under provision 3(1) of UAPA, Act 1967. 12 cases filed, 39 ppl of SFJ arrested. Many social media handles of SFJ blocked https://t.co/zTtdxDJO3y
— ANI (@ANI) July 10, 2019
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गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि केंद्र ने पंजाब सहित राज्य के गोवंश के परामर्श से सिखों को जस्टिस (SFJ) को गैरकानूनी करार देने का निर्णय लिया है. प्रमुख सिख निकायों ने भी SFJ की अलगाववादी गतिविधियों पर चिंता जताई है.सिख फॉर जस्टिस अपनी अलगाववादी विचारधारा के प्रचार के लिए करतारपुर कॉरिडोर का उपयोग करना चाहते थे. इस बात के कोई ठोस सबूत नहीं हैं कि पाक ने समूह पर अंकुश लगाया है या प्रतिबंध लगाया है. 14 तारीख को करतारपुर वार्ता के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुरक्षा के संबंध में भारत द्वारा मुद्दा उठाए जाने की संभावना है.
Ministry of Home Affairs Sources: Wanted Khalistani militant Paramjit Singh Pamma was seen during India-England World Cup match. He is also associated with Sikhs for Justice. pic.twitter.com/J5P6iuLnvF
— ANI (@ANI) July 10, 2019
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पंजाब पुलिस और NIA ने पंजाब में विभिन्न विध्वंसक गतिविधियों में लिप्त सिखों के कई मॉड्यूल्स फॉर जस्टिस (SFJ) का भंडाफोड़ किया. जांच में पता चला कि कार्यकर्ताओं को कट्टरपंथी और विदेशी वित्त पोषित एसएफजे हैंडलर्स गुरपतवंत सिंह पन्नून, हरमीत सिंह, परमजीत सिंह पम्मा द्वारा वित्त पोषित किया गया था.सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) और इसके अलगाववादी अभियान जनमत संग्रह 2020 को पाक द्वारा समर्थित है.
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SFJ और जनमत संग्रह 2020 की आधिकारिक वेबसाइट, कराची आधारित कई एसएफजे कार्यकर्ताओं की वेबसाइट से साझा और सोर्सिंग सामग्री को भी उसी पाकिस्तानी वेबसाइटों से जोड़ा गया था.केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सिखों को न्याय के लिए घोषित किया है, जो अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन आदि में विदेशी राष्ट्रीयता के कुछ कट्टरपंथी सिखों द्वारा संचालित एक फ्रिंज समूह है, जो यूएपीए के प्रावधान 3 (1) के तहत गैरकानूनी रूप से स्वीकार किए जाते हैं, अधिनियम 1967। SFJ की गिरफ्तारी SFJ के कई सोशल मीडिया हैंडल ब्लॉक हो गए
MHA Sources: Sikhs for Justice wanted to use Kartarpur Corridor for propagating their secessionist ideology. There's no concrete evidence that Pak has curbed or banned the group. India likely to raise the issue regarding security&safety of pilgrims during Kartarpur talks on 14th. pic.twitter.com/eZWwLoRDgc
— ANI (@ANI) July 10, 2019
HIGHLIGHTS
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सिख फोर जस्टिस को गैरकानूनी करार दिया
- 39 सिख फोर जस्टिस को गिरफ्तार किया
- पंजाब पुलिस ने इसका भंडाफोड़ किया