केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि पूर्वोत्तर भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल में है और वह क्षेत्र में बहुत विकास लेकर आए हैं. शाह ने यहां हप्त कांगजेइबुंग में कई परियोजनाओं का उद्घाटन और आधारशिला रखते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने क्षेत्र को एक नयी पहचान दी है जो विकास के नए युग का एहसास कर रहा है. उन्होंने कहा कि पहले मणिपुर को विद्रोह, बंद और नाकेबंदी के लिए जाना जाता था, लेकिन अब अधिकतर उग्रवादी संगठन मुख्य धारा में शामिल हो गए हैं और जो मुख्य धारा में शामिल नहीं हुए हैं, वे भाजपा सरकार के प्रयासों से इसमें शामिल होंगे.
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अमित शाह ने सत्ता में रहने के दौरान मणिपुर की समस्याओं का हल नहीं करने के लिए कांग्रेस पर हमला बोला और कहा कि मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के नेतृत्व में राज्य बीते तीन साल से उन्नति के पथ पर बढ़ रहा है. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने मणिपुर के लोगों को ‘इनर लाइन परमिट’ (आईएलपी) के रूप में सबसे बड़ा तोहफा दिया है जो उन्हें बिना मांगे मिला है. शाह ने कहा, 'मोदीजी को एहसास हुआ कि मणिपुर के पास इनर लाइन परमिट नहीं है जबकि उसके आस-पास के अन्य राज्यों में यह है जो मूल निवासियों के साथ अन्याय है और उन्होंने रास्ता तलाशा.'
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उन्होंने कहा, '11 दिसंबर 2019 को जब मणिपुर को यह (आईएलपी) मिला तो यह हमारे लिए बड़े संतोष' की बात थी. आईएलपी एक आधिकारिक यात्रा दस्तावेज होता है जो संबंधित राज्य सरकार भारतीय नागरिक को सीमित अवधि तक किसी संरक्षित इलाके की यात्रा के लिए जारी करती है. बता दें कि शाह पूर्वोतर की तीन दिवसीय यात्रा के अंतिम चरण में रविवार दोपहर गुवाहाटी से यहां पहुंचे. उन्होंने सात परियोजानओं की आधारशिला रखी जिनमें चूड़ाचांदपुर में मेडिकल कॉलेज शामिल है. इसके अलावा उन्होंने थोबल बांध का उद्धाघटन किया और बिष्णुपुर-थोबल-कसोम कुल्लेन सड़क आम लोगों को समर्पित किया.