भगवान श्री राम के स्वागत के लिए अयोध्या पूरी तरह से तैयार है. 22 जनवरी को प्रधानमंत्री मोदी अयोध्या में राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस दिन पूरी दुनिया की नजरें अयोध्या पर होंगी. वहीं, देश-दुनिया से लोग अयोध्या में दस्तक दे रहे हैं. ऐसे में केंद्र सरकार के लिए अयोध्या की सुरक्षा बेहद अहम है. अनुमान लगाया जा रहा है कि 22 जनवरी को अयोध्या में राम भक्तों की भारी भीड़ होगी. ऐसे में सुरक्षा में कोई चूक नहीं होनी चाहिए. इसलिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अयोध्या एयरपोर्ट की सुरक्षा के लिए 150 विशेष सीआईएसएफ कमांडो को सुरक्षा की जिम्मेदारी दी है.
सीआईएसएफ ने की थी सिफारिश
अधिकारियों ने बताया कि महर्षि वाल्मिकी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डा, अयोध्याधाम केंद्रीय बल के विशेष विमानन सुरक्षा समूह द्वारा कवर किया जाने वाला देश का 68वां नागरिक हवाई अड्डा टर्मिनस है. सीआईएसएफ अयोध्या एयरपोर्ट को आतंकवाद और अन्य खतरों से बचाएगी. उन्होंने कहा कि अन्य अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों की तरह सीआईएसएफ अयोध्या आने वाले हवाई यात्रियों और उनके सामान की स्क्रीनिंग करेगी और पूरे क्षेत्र को सुरक्षित रखने के लिए पूरी तरह से एक्टिव रहेगी.
तेजी से हो रहा है एयरपोर्ट का विस्तार
शुरुआती दौरा में चर्चा थी कि हवाई अड्डे की सुरक्षा सीआईएसएफ को जिम्मेदारी दी जाने थी लेकिन केंद्रीय सुरक्षा और खुफिया एजेंसियों की समीक्षा में हवाई अड्डे के लिए सीआईएसएफ ने जताया है कि यहां पर बेस्ट सुरक्षा कवर की जरुरत है, जिसे लेकर सीआईएसएफ ने सिफारिश की थी.वही, इस हवाई अड्डे को लेकर नागरिक उड्डयन मंत्री ने कहा कि हवाई अड्डे की क्षमता आने वाले दिनों में बढ़ा जी जाएंगी. उन्होंने बताया कि फर्स्ट फेज में 65,000 वर्ग फुट में हवाई अड्डे का विस्तार किया जा रहा है. इसकी कैपेसिटी इतनी रहेगा कि हर दो से तीन उड़ानें संभालने लेगी. साथ ही 2,200 मीटर लंबा रनवे बनाने का काम किया जा रहा है. जिसके बाद इन रनवे पर बोइंग 737, एयरबस 319 और 320 विमान इस हवाई अड्डे पर आसानी से उतर पाएंगी.
Source : News Nation Bureau