विश्व आज सहकारिता आंदोलन का शताब्दी दिवस मना रहा है. इस मौके पर भारत के सहकारिता और गृह मंत्री अमित शाह ने सहकारिता क्षेत्र से रोजगार उत्सर्जन के साथ ही आत्मनिर्भर भारत बनाने पर बल दिया. इस मौके पर उन्होंने आने वाले 25 सालों के लिए सहकारिता का ब्लूप्रिंट भी रखा. केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बताया मौजूदा वक्त में विश्व की 12% आबादी 30 लाख सहकारिता क्षेत्र से जुड़ी हुई है. इसकी कुल अर्थव्यवस्था विश्व में चौथे स्थान पर हैं और भारत की अर्थव्यवस्था से भी बड़ी है.
सभी सहकारी बैंकों को इंटरनेट और कंप्यूटर से जोड़ा जाएगा
अमित शाह ने कहा कि भारत में भी 10% दूध उत्पादन, 20% मछली उत्पादन, 30% फर्टिलाइजर और 30% चीनी उद्योग सहकारिता से जुड़े हुए हैं, जिससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिलता है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार की कोशिश है कि जल्द ही सभी सहकारी बैंकों को इंटरनेट और कंप्यूटर से जोड़ा जाए. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सहकारिता आन्दोलन को और अधिक सफल बनाने के लिए भारत में सहकारिता विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी, ताकि सहकारिता से रोजगार सृजन और आत्मनिर्भर अभियान को आगे बढ़ाया जा सके.
प्रमाणिकता देने के लिए होगी लेबोरेटरी की स्थापना
गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहकारी उद्योग की मदद से देश के 600 से ज्यादा सभी जिलों के अंदर दैनिक वस्तुओं को प्रमाणिकता देने के लिए लेबोरेटरी की स्थापना भी की जा रही है.
HIGHLIGHTS
- शाह ने 25 वर्षों के लिए रखा सहकारिता का ब्लूप्रिंट
- भारत से भी बड़ी है सहकारिता की पूरी अर्थव्यवस्था
- इंटरनेट और कंप्यूटर से जोड़े जाएंगे सभी सहकारी बैंक
Source : Rahul Dabas