केंद्रीय जनजाति कल्याण मंत्री जुएल उरांव ने शुक्रवार को हैदराबाद में एक कार्यक्रम के दौरान आदिवासियों को भगोड़े कारोबारी विजय माल्या के तरह स्मार्ट बनने को कहा।
हांलाकि उन्होंने बाद में इस बयान के कारण माफी भी मांगी और कहा है कि विजय माल्या का नाम उन्होंने गलती से लिया, वे किसी और का नाम लेना चाहते थे।
उरांव ने कहा, 'मैंने गलती से विजय माल्या का नाम ले लिया। मुझे किसी और का नाम लेना चाहिए था। मुझे उसका नाम नहीं लेना चाहिए था, यह मेरी गलती थी।'
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री जुएल उरांव आदिवासियों को संबोधित कर रहे थे।
उरांव ने आदिवासी लोगों को संबोधित करते हुए कहा था, 'आप लोग विजय माल्या की आलोचना करते हैं लेकिन विजय माल्या क्या है? वह स्मार्ट है। वह तेज तर्रार लोगों को रोजगार दिया हुआ है। वह बैंकरों, राजनीतिज्ञों और सरकार के साथ यहां-वहां किया।'
उरांव ने कहा, 'उसने उन लोगों को खरीदा। आप लोगों को किसने स्मार्ट बनने से रोका है? आदिवासियों को इस सिस्टम को प्रभावित करने से किसने रोका है? आप लोगों को बैंकरों को प्रभावित करने से किसने रोका है?'
उ्न्होंने कहा, 'हमे उद्योगपति बनना चाहिए, हमें बुद्धिमान बनना चाहिए। हमें स्मार्ट बनना चाहिए। हमें सूचना प्राप्त करना चाहिए। सूचना ही असल ताकत है। जो जानकारी रखता है वो सत्ता को नियंत्रित करता है।'
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Source : News Nation Bureau