आप के वरिष्ठ नेता और वकील एचएस फुल्का ने हाल ही में पार्टी से इस्तीफ़ा दे दिया. इस खबर के बाद फुल्का के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा ने भी जोर पकड़ा. इससे पहले फुल्का केंद्रीय मंत्री विजय गोयल के जन्मदिन पर उन्हें बधाई देने पहुंचे थे, जिसके बाद उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जाने लगीं. 1984 सिख विरोधी दंगा पीड़ितों के लिए इंसाफ की लड़ाई लड़ने वाले वरिष्ठ वकील को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को सम्मानित किया. इसी बीच विजय गोयल ने एचएस फुल्का को पार्टी में शामिल होने का न्योता दिया. फुल्का को सम्म्मानित किये जाने वाले कार्यक्रम के बारे में बातचीत के दौरान फुल्का ने कहा, 'अच्छे लोगों के लिए बीजेपी के द्वार हमेशा खुले हैं. पार्टी में शामिल होना या न होना ये फुल्का पर निर्भर करता है.' हालांकि, वरिष्ठ वकील फुल्का ने अपने अगले राजनीतिक कदम की घोषणा नहीं की है.
राजनीतिक पार्टी में शामिल होने की अटकलों को ख़ारिज करते हुए फुल्का ने बताया कि वह फ़िलहाल किसी भी पार्टी में शामिल नहीं हूंगा. फुल्का ने कहा, 'मैंने अपना फ़र्ज़ निभाया है और ईश्वर ने मुझे कामयाबी दी है. आज मैं उन लोगों के बीच मौजूद हूं जिन्होंने 34 साल लंबी लड़ाई में मेरा साथ दिया. हम मुख्य आरोपी सज्जन कुमार की सजा का जश्न मनाने आए हैं.'
उन्होंने कहा, 'सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों के लिए संघर्ष में भारतीय जनता पार्टी ने हमेशा हम लोगों का समर्थन किया.'
और पढ़ें: चीन-पाकिस्तान को देने मात, भारत 21 हजार करोड़ रु की मदद से सीमा पर बनाएगा 44 सड़कें
बता दें कि तीन तलाक के खिलाफ लड़ाई लड़ने वाली शायरा बानू भी सम्मानित की गईं. यह कार्यक्रम विजय गोयल के आवास अशोका रोड पर आयोजित किया गया. शायरा बानू ने सुप्रीम कोर्ट में तीन तलाक को खत्म करने के लिए याचिका दायर की थी. अपने अधिकारों को हवाला देते हुए बानो पर्सनल लॉ को चुनौती देने वाली पहली मुस्लिम महिला है.
3 जनवरी को बिना कारण बताये वरिष्ठ वकील एच एस फुल्का ने आप से इस्तीफ़ा दे दिया था. इसके साथ ही उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में चुनावी मैदान में नहीं उतरने की घोषणा की. फुल्का जनवरी 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे. फुल्का 2014 लोक सभा चुनाव में लुधियाना से लड़े थे, लेकिन कांग्रेस उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू से हार गए थे
Source : News Nation Bureau