7 जुलाई को केंद्रीय मंत्रिमंडल में कैबिनेट विस्तार (Modi Cabinet Expansion) किया जा रहा है. मोदी कैबिनेट के विस्तार से पहले कई केंद्रीय मंत्रियों को बाहर किया जा रहा है. इसके पहले मंगलवार को केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत को केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा लेकर उन्हें कर्नाटक का राज्यपाल बनाया गया था. रमेश पोखरियाल निशंक, बाबुल सुप्रियो, सदानंद गौड़ा, डॉ. हर्षवर्धन, देबोश्री चौधरी, राव साहेब दानवे पाटिल, रतन लाल कटारिया, संतोष गंगवार, प्रताप सारंगी और संजय धोत्रे को इस्तीफा (Ministers Resign) देने के लिए कहा गया है. इसके अलावा नए कैबिनेट विस्तार के आखिरी क्षणों में केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और रविशंकर प्रसाद से भी इस्तीफा मांग लिया गया है.
आपको बता दें कि अब से थोड़ी ही देर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के होने वाले विस्तार (PM Narendra Modi Cabinet Expansion) में कुल 43 मंत्री शपथ लेंगे. इस शपथ ग्रहण में ज्योतिरादित्य सिंधिया, मीनाक्षी लेखी, सर्बानंद सोनोवाल जैसे दिग्गज मंत्री पद की शपथ लेंगे. मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं की सूची में सबसे पहला नाम नारायण राणे का है. इनके अलावा एलजेपी प्रमुख पशुपति कुमार पारस, टीकमगढ़ से सांसद डॉ. वीरेंद्र कुमार खटीक, जेडीयू के रामचंद्र प्रसाद सिंह, राज्यसभा सांसद अश्विनी वैष्णव, बिहार से सांसद राज कुमार सिंह, अपना दल की अनुप्रिया पटेल शामिल होंगे.
वहीं कैबिनेट में पहले से मंत्री रहे हरदीप सिंह पुरी, जी किशनरेड्डी, अनुराग ठाकुर, किरण रिजीजू और भूपेंद्र यादव का नाम बरकरार रहेगा. ऐसा कहा जा रहा है कि इन नेताओं का प्रमोशन हो सकता है. प्रधानमंत्री के इस कैबिनेट विस्तार में आगामी 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों का खास ध्यान रखा गया है. ऐसे में उत्तर प्रदेश से अनुप्रिया पटेल, कौशल किशोर, बीएल वर्मा, सत्यपाल सिंह बघेल जैसे नेताओं को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. इसके अलावा उत्तराखंड से अजय भट्ट को भी केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया गया है.
पीएम मोदी के नए मंत्रिमंडल में अनुभव को तरजीह दी गई है. नयी मोदी कैबिनेट में 46 मंत्री केंद्र सरकार में काम करने का पूर्व अनुभव रखने वाले होंगे और इनमें से 4 पूर्व मुख्यमंत्री होंगे. इसके अलावा नई मोदी कैबिनेट में लगभग पूरे देश के लोगों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है. नए मंत्रिमंडल में 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से मंत्री होंगे. नए मंत्रिमंडल में आगले साले होने वाले विधानसभा चुनाव वाले राज्यों पर भी नजर बना कर मंत्री चुने जाएंगे. वहीं उत्तर प्रदेश के अवध, पूर्वांचल, ब्रज, रुहेलखंड, बुंदेलखंड और पश्चिम प्रदेश से भी होंगे मंत्री. उत्तर-पूर्व के चार राज्यों से पांच मंत्रियों को मिलेगा मौका.
HIGHLIGHTS
- जावड़ेकर और प्रसाद का भी मोदी कैबिनेट से इस्तीफा
- इसे पहले 11 मंत्री दे चुके थे मोदी कैबिनेट से इस्तीफा
- शाम 6 बजे से मोदी कैबिनेट का विस्तार राष्ट्रपति भवन में
Source : News Nation Bureau