उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में 17 जुलाई को हुए नर संहार पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने हमला बोला है. बसपा सुप्रीमो ने कांग्रेस और समाजवादी पर हमला बोला है. उन्होंने आदिवासियों के नरसंहार पर दोनों राजनीतिक दलों पर हमला बोलते हुए कहा है, कि दोनों राजनीतिक दल पीड़ित परिवार के यहां घड़ियाली आंसू बहाने के बजाए अगर उनकी जमीन दिलवाने के लिए कोई प्रयास करते तो ज्यादा बेहतर होता. मायावती ने सूबे की योगी सरकार से भी आदिवासियों की जमीन उन्हें वापस दिलाए जाने की मांग की है.
मायावती ने ट्विटर पर आदिवासी पीड़ितों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए लिखा है, 'सोनभद्र काण्ड के पीड़ित आदिवासियों के मुताबिक पहले कांग्रेस और फिर सपा के भू-माफियाओं ने इनकी जमीन हड़प ली, जिसका विरोध करने पर इनके कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया.'
सोनभद्र काण्ड के पीड़ित आदिवासियों के मुताबिक पहले कांग्रेस व फिर सपा के भू-माफियाओं ने इनकी जमीन हड़प ली, जिसका विरोध करने पर, इनके कई लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया।
— Mayawati (@Mayawati) August 13, 2019
बसपा सुप्रीमो यहीं पर चुप नहीं हुईं उन्होंने आगे लिखा कि, 'अब इस घटना को लेकर सपा व कांग्रेस के नेताओं को अपने घड़ियाली आँसू बहाने की बजाय इन्हें वहाँ पीड़ित आदिवासियों को, उनकी जमीन वापिस दिलाने हेतु आगे आना चाहिये। तो यह सही होगा.' मायावती ने प्रदेश की बीजेपी सरकार से कहा कि इस मामले में सख्त कदम उठाए और वहां के आदिवासियों को उनकी जमीन वापस कराए.
अब इस घटना को लेकर सपा व कांग्रेस के नेताओं को अपने घड़ियाली आँसू बहाने की बजाय इन्हें वहाँ पीड़ित आदिवासियों को, उनकी जमीन वापिस दिलाने हेतु आगे आना चाहिये। तो यह सही होगा।
— Mayawati (@Mayawati) August 13, 2019
प्रियंका गांधी के दौरे पर बीजेपी का हमला
डॉ चन्द्रमोहन ने कहा, "सोनभद्र में जमीनों का विवाद वर्ष 1955 से शुरू हुआ, जब कांग्रेस सरकार के दौरान ग्राम समाज की जमीन को एक निजी सोसायटी को पट्टा कर दिया गया था. कांग्रेस सरकार के दौरान सोनभद्र ही नहीं प्रदेश के कई इलाकों में जमीनों की संस्थागत लूट हुई है. इस मुद्दे से जनता का ध्यान बंटाने के लिए ही प्रियंका वाड्रा सोनभद्र में उम्भा गांव में हुई दुखद घटना के पीड़ितों से मिलने का नाटक कर रही हैं."
यह है पूरा मामला
आपको बता दें कि बीते 17 जुलाई को सोनभद्र के उम्भा गांव में जमीन विवाद को लेकर आदिवासी समाज के ऊपर ग्राम प्रधान और उनके समर्थकों ने गोलियां बरसाईं थीं जिसके बाद इस हमले में 10 लोगों की मौत हो गई थी. इस नरसंहार के बाद सोनभद्र को लेकर जमकर राजनीति हुई. कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने घटना स्थल का दौरा किया और राज्य सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों पर सवाल खड़े किए.
प्रियंका गांधी ने पीड़ितों को दी थी आर्थिक मदद
आपको बता दें कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी मंगलवार को सोनभद्र के उम्भा गांव में पीड़ितों से मुलाकात करने गयीं थीं. इसके पहले उम्भा गांव के इस हत्याकांड के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पीड़ित परिवारों को 10-10 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया था. योगी सरकार ने भी पीड़ित परिवारों को 18.5 लाख रुपयों का ऐलान किया था जबकि घायलों के लिए योगी सरकार ने 2.5 लाख रुपयों का ऐलान किया था.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो