उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्रीबाई फुले का इस्तीफा देना बहुत सही निर्णय है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार में सांसदों और विधायकों की सुनी नहीं जा रही है. ऐसे में उन्होंने जो निर्णय लिया है वह बिल्कुल ठीक है. राजभर ने कहा, 'जब सांसद की बात अधिकारी नहीं सुनेगा तो क्या होगा. सांसद को जनता को जवाब देना पड़ता है. ऐसे में उनका निर्णय कहीं न कहीं बिलकुल उचित है.' उन्होंने एक बार फिर बुलंदशहर की हिंसा को बीजेपी की साजिश बताते हुए कहा कि 2019 में वोट बैंक के चक्कर में बीजेपी यह सब करवा रही है. राजभर ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आप को भी गठबंधन को लेकर कोई निर्णय लेना पड़े तो क्या करेंगें?
उन्होंने कहा, 'मैं स्वतंत्र हूं और बीजेपी के साथ हूं. बीजेपी रखेगी तो रहूंगा, नहीं रखेगी तो नहीं रहूंगा. मैं किसी के खिलाफ नहीं बोलता बस सच बोलता हूं. अगर एसपी, बीएसपी का गठजोड़ हुआ तो बीजेपी के लिए मुश्किल होगी.
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बता दें कि उत्तर प्रदेश के बहराइच से सांसद सावित्रीबाई फुले ने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था. इस्तीफा देने के बाद उन्होने कहा कि देश में बहुजन और दलित की आवाज को दबाया जा रहा है. उन्होंने साफ किया कि वह किसी दल के तलवे चाटने नहीं बल्कि बहुजन समाज के हितों की भलाई के लिए आई हैं. सांसद सावित्री बाई ने एक साल से बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. वह समय-समय पर पार्टी में बयान देकर चर्चा में आ जाती हैं. उन्होंने गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा भी दे दिया था. अब वह खुलकर पार्टी का विरोध कर रही हैं.
Source : IANS