उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसान नेताओं को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि हर अच्छे काम का विरोध होता आ रहा है. केंद्र में पीएम मोदी (PM Narendra Modi) की सरकार जो भी अच्छा काम करती है, तो आंदोलनजीवी विरोध में आंदोलन खड़ा कर देते हैं. कृषि कानूनों पर सिर्फ भ्रम फैलाया जा रहा है. केंद्र और प्रदेश सरकार ने किसान हित में जो-जो काम किए, वह किसी ने नहीं किए. अन्नदाता किसान का पीएम मोदी की योजनाओं से हर सम्मान किया गया. प्रदेश का गन्ना किसान संतुष्ट है कि कृषि कानूनों (Farm Laws) से उसका भविष्य उज्जवल है. एमएसपी के माध्यम से लागत का डेढ़ गुना दाम किया गया है. फसलों की लागत कम करना और उत्पादन बढ़ाने की तकनीक पर केंद्र और प्रदेश सरकार काम कर रही है. आंदोलनजीवी बताएं कि कितनी मंडियां बंद हुई और कांट्रैक्ट फार्मिंग के नाम पर कितने किसानों की जमीन छीनी गई हैं.
आंदोलनजीवियों की नीयत पर सवाल उठाया सीएम योगी ने
लखनऊ में न्यजू नेशन और न्यूज स्टेट की उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के '4 साल चहुंमुखी विकास' कॉन्क्लेव में बोलते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कृषि कानूनों पर गलत बातें फैलाने वालों को जमकर आड़े हाथों लिया. उनका साफ-साफ कहना था कि कृषि कानूनों पर गलतफहमी फैलाई जा रही है. उन्होंने कहा कि देश का भोला-भाला किसान जानता है कि उसके सुखद भविष्य के लिए क्या जरूरी है. सीएम योगी ने आंदोलन पर अड़े कथित किसान नेताओं की नीयत पर सवाल उठाते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि कानूनों को कुछ समय के लिए टालने की बात कही. सुप्रीम कोर्ट ने किसानों के लिए एक कमेटी गठित कर दी. ऐसे में अगर आपकी नीयत साफ है तो कमेटी के सामने आकर अपनी बात क्यों नहीं रखते. यही चला आ रहा सिर्फ विरोध के नाम पर विरोध करना और आंदोलन के नाम पर माहौल खराब किया जा रहा है. अगर किसी को दिखाई नहीं दे रहा है तो उसे रास्ता दिखाया जा सकता है. अगर कोई जान-बूझ कर अंधा होने का ढोंग कर रहा है, तो उसका कुछ नहीं हो सकता.
किसान जागरूक है, वह बहकावे में नहीं आने वाला
अन्नदाता को देश का भविष्य करार देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि किसान जागरूक हैं. वह किसी बहकावे में नहीं आने वाले. इसे समझने के लिए उपचुनाव के परिणाम ही पर्याप्त हैं. उपचुनाव एक जगह नहीं हुआ था. देश के चारों कोनों में हुआ. बीजेपी ने भारी बहुमत से सीटें जाती हैं. आगे भी जीतेगी. सवाल यह उठता है कि अच्छी बातों पर विरोध का यह सिलसिला कब तक चलेगा. उन्होंने प्रदेश के गन्ना किसानों का उदाहरण देते हुए कहा कि वह जानता है कि उसका भविष्य उज्जवल है. उससे गन्ना लिया जाएगा. वह भ्रम में नहीं आ रहा है.
Source : News Nation Bureau