Advertisment

मैरेज रजिस्ट्रेशन से मुस्लिम धर्मगुरुओं को नहीं है एतराज, बस शरीयत से न हो छेड़छाड़

योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट से पास किए गए विवाह पंजीकरण अधिनियम को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं को एतराज नहीं है।

author-image
abhiranjan kumar
एडिट
New Update
मैरेज रजिस्ट्रेशन से मुस्लिम धर्मगुरुओं को नहीं है एतराज, बस शरीयत से न हो छेड़छाड़

जरुरी हो मैरिज रजिस्ट्रेशन (सांकेतिक चित्र)

योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट से पास किए गए विवाह पंजीकरण अधिनियम को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं को एतराज नहीं है। हालांकि उनका कहना है कि इससे शरीयत के कानून में किसी भी तरह का दखल नहीं होना चाहिए।

Advertisment

शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद ने कहा, 'हम दिल से विवाह पंजीकरण को स्वीकार करते हैं। इससे लोगों को आसानी होगी। पहले तमाम जगहों पर निकाहनामे को लेकर दिक्कतें होती थीं लेकिन इसे कानूनी दस्तावेज माने जाने से लोगों को राहत होगी। हालांकि व्यवस्था में लोगों को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए।'

वहीं विवाह पंजीकरण को लेकर चिंता जताते हुए शिया धर्म गुरु मौलाना सैफ अब्बास कहते हैं, 'यह ऑनलाइन पंजीकरण कई जगहों पर धन उगाही का जरिया बनेगा।'

उन्होंने कहा, 'गांवों में लोग ऑनलाइन पंजीकरण के बारे में पूरी तरह नहीं जानते हैं। सरकार के इस नियम के बाद कई जगह ऑनलाइन पंजीकरण की दुकानें खुलेंगी और लोगों से विवाह पंजीकरण के नाम पर ज्यादा पैसे वसूले जाएंगे।'

Advertisment

इसे भी पढ़ेंः लखनऊ पहुंचे राहुल ने किसानों को दिया मदद का भरोसा

बता दें कि मंगलवार को पास हुए कैबिनेट के फैसले में सर्टिफिकेट पर फोटो और आधार से लिंक होने की वजह से एक ही विवाह का पंजीकरण कराया जा सकेगा जबकि शरीयत में बहु-विवाह मान्य है।

सुन्नी धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि मुसलमान विवाह के पंजीकरण के खिलाफ नहीं हैं। हालांकि मुस्लिमों की मान्यताओं का ख्याल रखना होगा।

Advertisment

सभी राज्यों की खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

Source : News Nation Bureau

Yogi Adityanath UP Marriage Registration
Advertisment
Advertisment