उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी ने पीएम मोदी को देश में मदरसों को बंद करने के लिए खत लिखा है. वसीम रिजवी का कहना है कि छात्रों को प्रभावित करने के लिए आईएसआईएस की विचारधारा का प्रचार किया जा रहा है. पीएम को भेजे गए खत में रिजवी ने लिखा है कि अगर जल्दी मदरसे बंद नहीं हुए तो 15 साल बाद देश का आधे से ज्यादा मुस्लमान आईएसएस की विचारधारा का समर्थक हो जाएगा. उन्होंने आगे लिखा, 'पूरी दुनिया में यह देखा गया है कि कोई भी मिशन चलाने के लिए बच्चों को निशाना बनाया जाता है. और इस वक़्त आईएसएस एक खतरनाक आतंकी संगठन है जो धीरे-धीरे पूरी दुनिया में मुस्लिम आबादी वाले क्षेत्रों में अपनी पकड़ बना रही है.'
कश्मीर का जिक्र करते हुए रिजवी ने लिखा, 'घाटी में बड़ी तादाद में आईएसएस के समर्थक खुले तौर पर दिखाई दे रहे है और बहु पड़े पैमाने पर मदरसे में इस्लामिक तालीम लेने वाले बच्चों को आर्थिक मदद पहुंचा कर इस्लामिक शिक्षा के नाम पर उनको दूसरे धर्मों से काटा जा रहा है और सामान्य शिक्षा से दूर किया जा रहा है.' आगे उन्होंने लिखा कि हाई स्कूल पास करने के बाद अगर बच्चा खुद धर्म प्रचार की तरफ जाना चाहता है तो वह मदरसे में दाखिला ले सकता है, इसलिए मदरसों में प्रवेश हाई स्कूल करने के बाद किये जाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये.'
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रिजवी ने पीएम मोदी को लिखे खत में इसके फायदों के बारे में बताया. उन्होंने लिखा, 'इससे यह फायदा होगा कि बच्चा हाई स्कूल में सही तरीके से हाई स्कूल तक की सामान्य शिक्षा ग्रहण कर सकेगा. बचपन से लेकर हर वरह और धर्म के बच्चों के साथ बैठकर उसे शिक्षा ग्रहण करने और हर धर्म के लोगों के साथ मिलने -जुलने का मौका मिलेगा.'
Source : News Nation Bureau