Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी के माहौल को देखते हुए दो हफ्ते के बाद घरेलू उड़ानों को बढ़ाकर 75 फीसदी तक रूट को खोला जा सकता है. गौरतलब है कि त्यौहारी सीजन को देखते हुए अभी घरेलू उड़ानें 35 से 45 फीसदी तक चल रही हैं. नागरिक उड्डयन मंत्री (Union Civil Aviation Minister) हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने इसकी जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि 16 देशों के साथ बबल अग्रीमेंट है. दीवाली और साल के अंत तक हवाई यात्रियों की संख्या 3 लाख तक प्रति दिन प्री कोविड लेवल पर आ जाने की उम्मीद है.
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दिवाली से साल के अंत तक प्री कोविड 19 से पहले वाली स्थिति पर पहुंच जाएगी घरेलू उड़ान सेवा
उन्होंने कहा कि मुंबई से अब 300 फ्लाइट टेक ऑफ लैंड कर रहे जिनकी संख्या कोविड से पहले 1000 थी. उन्होंने कहा कि 25 मई को शुरू हुए घरेलू उड़ान सेवा से 13 हज़ार यात्री सफर किए थे. दिवाली से साल के अंत तक प्री कोविड 19 से पहले वाली स्थिति तक घरेलू उड़ान सेवा पहुंच जाएगी. उनका कहना है कि त्योहारी सीजन में अधिक यात्रियों की यात्रा करने की उम्मीद है. अक्टूबर के अंत तक करीब 2 लाख यात्री हवाई सफर कर सकते हैं. साल 2021 के पहले तिमाही में उम्मीद हैं कि घरेलू फ्लाइट का संचालन कोविड 19 से पहले से भी बेहतर स्तर पर पहुंच जाएगा. कोविड काल से पहले 3 लाख लोग हवाई यात्रा कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अभी सिर्फ 60 फीसदी एयर स्पेस इस्तेमाल के लिए है.
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इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन कई कारकों पर निर्भर: प्रदीप खरोला
सिविल एविएशन सेक्रेटरी प्रदीप खरोला ने कहा कि फ्लाइट का संचालन 50 फीसदी से 100 फीसदी तक का सफर तेजी से होगा. प्रदीप खरोला का कहना है कि एयर बबल की व्यवस्था कब तक रहेगी कहना मुश्किल है. संभव है मार्च तक जारी रहे. उन्होंने कहा कि शेड्यूल इंटरनेशनल फ्लाइट्स का संचालन कई कारकों पर निर्भर करता है. घरेलू फ्लाइट्स संचालन 50 फीसदी से अधिक करना होगा. वायरस का व्यवहार कैसा रहता है. इसी के आधार पर किसी देश मे प्रवेश करने की अनुमति होगी. कई देशों में एंट्री अभी बंद है. जर्मनी के साथ एयर बबल व्यवस्था को लेकर मंगलवार को चर्चा हुई है. उम्मीद है अगले 2 दिनों में अंतिम फैसला लिया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि एयर इंडिया विनिवेश प्रक्रिया पर उचित फैसला लिया जाएगा ताकि निवेशकों को बेहतर तरीके से आकर्षित किया जा सके.