नोटबंदी के बाद नकदी की कमी से कई देशों के दूतावास (एंबेसी) को नकदी की कमी से जूझना पड़ा है। रूस ने खुले तौर पर इसका विरोध किया। वहीं भारत में अमेरिकी राजदूत रिचर्ड वर्मा ने नोटबंदी पर कहा है कि इससे द्विपक्षीय संबंध पर असर नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, 'नोटबंदी का भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंध पर कोई असर नहीं हुआ है।'
भारतीय मूल के रिचर्ड वर्मा ने कहा, 'हमारे दूतावास और वाणिज्य दूतावासों में स्थानीय कर्मचारी अधिक हैं और हम उनकी मदद की कोशिश कर रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जो प्रयास कर रहे हैं, हम उसे समझते हैं, हम यह भी समझते हैं कि यह लोगों के लिए कठिन है।'
हमारा पाकिस्तान के साथ सुरक्षा को लेकर जो संबंध हैं वह काफी जटिल है। इसमें खासकर हम आतंक रोधी कार्रवाई शामिल है लेकिन भारत के साथ हमारा संबंध काफी विस्तृत है।'
उन्होंने कहा, 'हम सीमा पार आतंकवाद की कड़ी निंदा करते हैं। इसे खत्म किया जाना चाहिए और समर्थन देने वाले लोगों पर जिम्मेदारी तय की जानी चाहिए।'
और पढ़ें: वर्ल्ड बैंक ने कहा, भारत-पाकिस्तान आपसी सहमति से सुलझाएं सिंधु जल समझौता विवाद
Source : News Nation Bureau