पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच कई महीनों से टकराव बना हुआ है. लाइन ऑफ कंट्रोल पर चीन की विस्तारवादी नीति और दादागिरी के खिलाफ भारत डटकर खड़ा है तो अन्य देश भी ड्रैगन की घेराबंदी के लिए एकजुट हो चुके हैं. इस बीच अमेरिका के रक्षा सचिव (रक्षा मंत्री) लॉयड ऑस्टिन आज भारत के दौरे पर आ रहे हैं. अमेरिका में जो बाइडन के नेतृत्व वाली नई सरकार बनने के बाद पहली बार कोई मंत्री भारत के दौरे पर आ रहा है. हालांकि लॉयड ऑस्टिन का यह भारत दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब वाशिंगटन एक उभरते हुए खतरे के रूप में चीन पर ध्यान केंद्रित कर रहा है.
यह भी पढे़ं : जो बाइडेन ने पुतिन को बताया 'हत्यारा', रूस ने वापस बुलाया राजदूत
अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन आज शाम को दिल्ली पहुंचेंगे और अगले दिन यानी शनिवार की सुबह वह सबसे पहले नेशनल वॉर मेमोरियल पर पहुंचेंगे, जहां वीर सैनिकों को श्रृद्धांजलि देंगे. फिर वह साऊथ ब्लॉक जाएंगे, यहां पर उनको ट्राई-सर्विस (यानि थलसेना, वायुसेना और नौसेना) का साझा गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा. अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन यहां रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और एनएसए से भी मुलाकात करेंगे. जिसमें दोनों देशों के बीच रक्षा सहयोग को मजबूत करने पर विचार किया जाएगा. दोनों देश इस मौके पर डिफेंस-पार्टनरशिप को मजबूत करने पर जोर दे सकते हैं. साथ ही इंडो-पैसेफिक क्षेत्र और पश्चिमी हिंद महासागर पर चीन पर लगाम कसने पर भी चर्चा हो सकती है.
उल्लेखनीय है कि पिछले एक वर्ष के दौरान भारत चीनी आक्रामता का सामना कर रहा है. मई 2020 से ही चीन लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास यथास्थिति बदलने के प्रयास कर रहा है और भारत चीन द्वारा सीमा पार घुसपैठ का सामना कर रहा है. हालांकि चीन से टकराव के बीच भारत और अमेरिका के रक्षा संबंधों में तेजी देखने को मिली है. पिछले दिनों क्वाड शिखर सम्मेलन में भी चीन को घेरने की रणनीति बनाई गई. क्वाड में शामिल अमेरिका, भारत समेत चारों देशों के नेतृत्व ने दक्षिण और पूर्वी चीन समुद्र में नेविगेशन की स्वतंत्रता और बलपूर्वक शासन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, जो मूल रूप से चीन के बारे में है.
यह भी पढे़ं : NIA ने सचिन वाजे से जुड़ी मर्सिडीज और टोयोटा प्राडो जब्त की, एंटीलिया की रेकी में हुई थी इस्तेमाल!
भारत-प्रशांत क्षेत्र में राष्ट्रपति जो बाइडेन की रणनीतिक प्राथमिकता शिफ्ट होने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, भारत ऑस्टिन की पहली विदेश यात्रा में शामिल है, जिसमें अमेरिकी संधि सहयोगी जापान और दक्षिण कोरिया भी शामिल हैं. बीते दिन राष्ट्रपति जो बाइडेन, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन और जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा के बीच पहले डिजिटल क्वाड शिखर सम्मेलन के बाद अब ऑस्टिन का भारत दौरा होने वाला है. लेकिन भारत की अमेरिका के साथ बढ़ती नजदीकी से चीन बेचैन है.
HIGHLIGHTS
- आज भारत पहुंचेंगे अमेरिकी रक्षा मंत्री
- लॉयड ऑस्टिन 3 दिन के दौरे पर आएंगे
- चीन समेत कई अहम मुद्दों पर बात होगी