उत्तर प्रदेश की दो महत्वपूर्ण लोकसभा सीट गोरखपुर और फूलपुर में रविवार को हुए उपचुनाव में कुल 43 फीसदी और 37.39 फीसदी मतदान डाले गए।
दोनों वीआईपी सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे 14 मार्च को आएंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए इस उपचुनाव का परिणाम उनके एक साल के कार्यकाल का लेखा जोखा भी साबित होगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उपचुनाव में गोरखपुर के एक प्राथमिक स्कूल पर मतदान किया और अपने उम्मीदवार की जीत का दावा किया। जबकि फूलपुर में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी पत्नी और बेटे के साथ मतदान किया।
राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के पद संभालने के बाद ही दोनों लोकसभा सीटें खाली हुई थी।
कुछ जगहों पर इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में गड़बड़ी होने की खबर सामने आई थी। तकनीकी गड़बड़ी के चलते इलाहाबाद (पूर्व) के किदवई कॉलेज में मतदान कुछ समय तक बाधित रहा।
गोरखपुर सीट के लिए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ से उपेंद्र दत्त शुक्ला मैदान में थे। यहां आठ लाख से ज्यादा महिला मतदाताओं सहित कुल 19.49 लाख मतदाता हैं।
समाजवादी पार्टी (सपा) ने गोरखपुर से प्रवीण निषाद को उम्मीदवार बनाया। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) ने सपा उम्मीदवार को समर्थन दिया था। वहीं कांग्रेस अपने दम पर चुनाव लड़ रही है और उसने डॉक्टर सुरहिता करीम को उम्मीदवार बनाया।
इलाहाबाद की फूलपुर सीट पर कुल 19.63 लाख मतदाता 22 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। बीजेपी ने यहां से कौशलेंद्र सिंह पटेल को मैदान में उतारा था। उनका मुकाबला सपा के नागेंद्र सिंह से था।
बसपा ने यहां भी सपा के उम्मीदवार को समर्थन दिया है। कांग्रेस की ओर से मनीष मिश्रा ने यहां से चुनाव लड़ा।
और पढ़ें: बिहार उपचुनाव: अररिया में 57 फीसदी मतदान, नीतीश की प्रतिष्ठा दांव पर
Source : News Nation Bureau