देश में महापुरुषों की मूर्ति तोड़ने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा रहा है। उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद शहर में कुछ अराजक तत्वों ने संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया है।
झूंसी में त्रिवेणीपुरम के पास देर रात किसी समय अराजक तत्वों ने बाबा साहेब अंबेडकर की मूर्ति के सिर को तोड़ कर अलग कर दिया है। इस घटना से क्षेत्र में तनाव फैल गया है।
मीडिया में खंडित मूर्ति की तस्वीर भी सामने आई जिसे देखकर कहा जा सकता है किसी ने जानबूझकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया है।
#Allahabad: Statue of BR Ambedkar vandalised by miscreants in Jhunsi's Trivenipuram. #UttarPradesh pic.twitter.com/jJyfMdjALR
— ANI UP (@ANINewsUP) March 31, 2018
इस घटना के बाद फूलपुर से समाजवादी पार्टी सांसद नागेंद्र सिंह पटेल समेत सैकड़ों लोग मौके पर मौजूद हैं। शनिवार सुबह से ही पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी हो रही है और आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की गई है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश कुलहरि ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अराजकतत्वों को चिन्हित किया जा रहा है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बता दे कि यूपी में इससे पहले भी कई जगह बाबा साहेब की मूर्ति तोड़ने जा चुकी है। लेकिन प्रशासन अब तक इस तरह की घटना के खिलाफ कोई सख्त कदम नहीं उठा पाई है।
गौरतलब है कि अभी हाल ही में राज्य सरकार ने डॉ. अंबेडकर का पूरा नाम लिखने का फैसला किया है। यूपी के राज्यपाल राम नाईक की सलाह के बाद अब बाबा साहेब का नाम 'डॉ. भीमराव रामजी अंबेडकर' लिखा जाएगा। इसके साथ ही सभी प्रशासनिक कार्यों में उनके नाम के साथ 'रामजी' शब्द के इस्तेमाल के निर्देश दिया गया है। 'रामजी' अंबेडकर के पिताजी का नाम था।
उत्तर प्रदेश में सभी राजनीतिक पार्टियां (बीएसपी, एसपी, बीजेपी) चुनावी मंच पर अंबेडकर की तस्वीर लेकर उनका गुणगान करती है। इसके बावजूद लगातार अंबेडकर की मूर्ति का तोड़ा जाना सामाजिक सौहार्द्ध को बिगाड़ने की कोशिश दिख रही है।
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(इनपुट आईएएनएस से)
Source : News Nation Bureau