सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के बाद से उत्तरप्रदेश सरकार और शिक्षामित्रों के बीच लगातार संघर्ष बना हुआ है। सहायक अध्यापक पर समायोजन को लेकर शिक्षमित्र लगातार प्रदर्शन कर रहें हैं और सोमवार को ये प्रदर्शन लखनऊ से होते हुए दिल्ली के जंतर मंतर पहुंच गया। शिक्षामित्रों के प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार दबाव में आती दिख रही है।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रतिनिधिमंडल को अभी बातचीत के लिए बुलाया है। पांच सदस्यीय शिष्टमंडल वार्ता के लिए रवाना हो चुका है। प्रतिनिधिमंडल का कहना है कि लिखित समझौते से नीचे कोई सहमति नहीं होगी।
इससे पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने प्रेस रिलीज़ जारी कर योगी सरकार से शिक्षामित्रों के साथ नरमी बरतने का आग्रह किया। बसपा सुप्रिमो ने कहा कि शिक्षामित्रों पर पहले से ही मुसीबतों का पहाड़ टूटा है ऐसे में उन पर लाठी डंडे का प्रहार निंदनीय कार्य है।
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दोबारा सहायक अध्यापक बनाने की मांग को लेकर उत्तर प्रदेश (उप्र) के शिक्षा मित्रों का धरना 14 सितंबर तक जारी रहेगा।
बता दें कि हाल में 1.72 लाख शिक्षा मित्रों का उप्र सरकार ने 10 हजार रुपये मानदेय तय किया है, जिसका वे विरोध कर रहे हैं। इससे पहले सहायक अध्यापक के तौर पर उन्हें तकरीबन 39 हजार रुपये का मानदेय मिल रहा था।
धरने में शामिल शिक्षा मित्रों ने उत्तर प्रदेश व केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जल्द सहायक अध्यापक बनाने की मांग की।
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Source : News Nation Bureau