पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में से चार राज्यों में जीत हासिल करने वाली भाजपा ने सरकार बनाने की कवायद तेज कर दी है. इसके साथ ही मंत्रियों के नाम तय करने की प्रक्रिया भी तेज हो गई है. इसी कड़ी में दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में भाजपा के दिग्गज नेताओं की बैठक चल रही है. माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए मंत्रिमंडल के लिए नामों के चयन में क्षेत्र और जाति का पूरा ख्याल रखा जाएगा. लिहाजा, नाम तय करने में नेताओं को खूब पसीना बहाना पड़ रहा है. खास तौर से उत्तर प्रदेश में भाजपा जमीन पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए मंत्रियों के नाम तय करने से पहले सभी तरह के राजनीतिक गुणा भाग किए जा रहे हैं. मंत्रियों के नामों पर मंथन के लिए उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी भाजपा मुख्यालय में मौजूद है. माना जा रहा है कि इस बैठक में आगामी विधान परिषद चुनाव को लेकर भी चर्चा होगी.
ये भी पढ़ेंः चुनाव में सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव पर सोनिया गांधी ने दिया ऐसा बयान
2024 को ध्यान में रखकर होगा मंत्रियों चयन
राजनीतिक पंडित ये मनते है कि दिल्ली का रास्ता उत्तर प्रदेश से होकर जाता है, यानी जिस पार्टी की यूपी में मजबूत स्थिति होती है, दिल्ली की गद्दी पर वही राज करती है. लिहाजा, भाजपा को मिली इस जीत के बाद लोगों के समर्थन को 2024 तक बरकरार रखने की चुनौती है. ऐसे में सरकार के गठन और मंत्रियों के चयन में पार्टी उत्तर प्रदेश की समस्त जातियों और क्षेत्रों के समीकरण को ध्यान में रखेगी, ताकि भाजपा समर्थक सभी जातियों और क्षेत्रों का समर्थन भाजपा के साथ बरकरार रख सकें. सूत्रों के मुताबिक , भाजपा उत्तर प्रदेश में इस बार कम से कम तीन उप मुख्यमंत्री बनाएगी. इनमें एक पिछड़ा, एक दलित और एक पश्चिम उत्तर प्रदेश से उप मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है.
ये भी पढ़ेंः डॉक्टर कफील खान को समाजवादी पार्टी ने बनाया MLC उम्मीदवार
मंत्रिमंडल में नए पुराने दोनों चेहरे होंगे
ऐसा माना जा रहा है कि इस बार भाजपा बूढ़े हो चुके नेताओं को आराम देकर कुछ नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दे सकती है. नए चेहरों में जिन नामों की चर्चा जोरों पर हैं, वो है राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह, कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए जितिन प्रसाद, भारतीय पुलिस सेवा की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए असीम अरुण, सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बहू अपर्णा यादव, नितिन अग्रवाल, राजेश त्रिपाठी, पक्षकार से नेता बने शलभ मणि त्रिपाठी, केतकी सिंह, राजेश्वर सिंह, दयाशंकर सिंह, वाचस्पति, राम विलास चौहान. इसके अलावा पुराने मंत्रियों में श्रीकांत शर्मा, सिद्धार्थनाथ सिंह, नंद गोपाल नंदी, बृजेश पाठक, भूपेंद्र चौधरी, सतीश महाना के अलावा दिनेश शर्मा और मोहसिन रजा के नाम लगभग तय मानी जा रही हैं.
HIGHLIGHTS
- सरकार गठन के लिए मंथन के लिए दिल्ली पहुंचे सीएम योगी
- पार्टी के आला नेताओं संग प्रदेश के नेताओं की चल रही है बैठक
- यूपी भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और डिप्टी सीएम भी हैं मौजूद