Vande Bharat Mission: नागरिक उड्डयन मंत्री (Union Civil Aviation Minister) हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने कहा है कि वंदे भारत मिशन के तहत 6 लाख 87 हज़ार 467 लोगों को विदेश से भारत लाया गया है. ये आंकड़ें 15 जुलाई तक के हैं. उन्होंने कहा कि भारत ने कई देशों के साथ Air Bubble का करार किया है. उन्होंने कहा कि कई देशों के लिए उड़ान शुरू करने के लिए यह करार किया गया है. इसके अलावा इस करार को अंतिम रूप दिया जा रहा है.
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दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से पेरिस के लिए 28 उड़ानें होंगी संचालित
उन्होंने कहा कि एयर बबल के तहत भारत 3 देशों - फ्रांस, अमेरिका और जर्मनी के साथ बातचीत के बहुत अग्रिम चरण में हैं. उन्होंने कहा कि एयर फ्रांस 18 जुलाई से 1 अगस्त के बीच दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से पेरिस के लिए 28 उड़ानें संचालित करेगा. उन्होंने कहा कि जहां तक संयुक्त राज्य अमेरिका का मामला है तो हमने 17 जुलाई से 31 जुलाई के बीच भारत-अमेरिका के बीच 18 उड़ानें संचालित करने के लिए यूनाइटेड एयरलाइंस के साथ एक समझौता किया है, लेकिन यह एक अंतरिम समझौता है. जर्मनी से भी हमे अनुरोध मिला है और लुफ्थांसा के साथ एक समझौता लगभग पूरा हो चुका है.
Our negotiations are at an advanced stage with 3 countries. Air France will operate 28 flights from July 18 to Aug 1 b/w Delhi, Mumbai, Bengaluru & Paris. US will be flying 18 flights b/w July 17-31 but this is an interim one. We have request from Germany too: Civil Aviation Min pic.twitter.com/J4olL7lPmT
— ANI (@ANI) July 16, 2020
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हालात सुधरने पर घरेलू उड़ान की संख्या बढ़ाने पर हो सकता है विचार
नागरिक उड्डयन मंत्री से न्यूज़ नेशन के सवाल के जवाब में कहा कि 2 से 3 हफ्ते में हालात अगर सुधरते हैं तो घरेलू उड़ान को और बढ़ाने पर विचार हो सकता है क्योंकि कोविड के चलते राज्य अपने अपने नियम को बढ़ाते हैं इसलिए ये उनपर भी निर्भर करता है. उन्होंने कहा कि अभी भी 33 फीसदी पर घरेलू उड़ानें चल रही हैं. विदेश उड़ानों के लिए ज़रूरी है बबल सिस्टम जिसमें दोनो देशों को उड़ान की इजाज़त हो, आने जाने वाले यात्री हों और दोनों देशों में कोरन्टीन नियम सही हों और इसे पैसेंजर माने तब उस दिशा में बबल सिस्टम बनेगा और उड़ान हो सकेगी.
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एयर इंडिया (Air India) के चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव बंसल (Rajiv Bansal) ने कहा कि निजीकरण न केवल आवश्यक है बल्कि हमारे पास कोई अन्य विकल्प नहीं है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से एयर इंडिया ने काफी चुनौतियों का सामना किया है. इसको लेकर सभी स्टाफ सदस्यों के साथ विस्तृत चर्चा की गई है. उन्होंने कहा कि लागत को कम करने को लेकर काम जारी है. उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्ति के बाद काम करने वाले कर्मचारियों को हटा दिया गया है. लागत को कम करने और पायलटों के साथ पुन: समझौता करके लागत में कटौती के उपाय लाएंगे.