वाराणसी में प्रसिद्ध गंगा आरती के दौरान उच्च तकनीक वाले कैमरे से लैस एक ड्रोन को उड़ाने के आरोप में चीन के एक जोड़े को हिरासत में ले लिया गया, लेकिन पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी। राजेंद्र प्रसाद घाट पर जब मंगलवार को आरती स्थल के ऊपर एक ड्रोन उड़ता देखा गया और सार्वजनिक घोषणा के बावजूद जब वह नीचे नहीं उतरा तो एक टीम भेजी गई, और पता चला कि पर्यटक वीजा पर भारत आया एक चीनी जोड़ा इसे उड़ा रहा था।
एक अधिकारी ने बताया कि यह जोड़ा मुंशी घाट स्थित एक गेस्ट हाउस में ठहरा हुआ था। पुलिस ने दोनों को फौरन हिरासत में ले लिया और खुफिया दस्ते के साथ मिलकर उनसे पूछताछ की।
दशाश्वमेध घाट की क्षेत्राधिकारी स्नेहा तिवारी ने आईएएनएस को बताया, 'हमें कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला और दोनों ने हमें बताया कि उन्हें नहीं पता था कि यह प्रतिबंधित क्षेत्र है।'
तिवारी ने कहा कि दोनों के सामानों, दस्तावेजों और ड्रोन द्वारा ली गईं तस्वीरों की जांच के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
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Source : IANS