पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी इस्लामिक कट्टरपंथी गजवा–ए-हिन्द के निशाने पर है. 1 अगस्त को ट्वीट कर वाराणसी के बारे में धमकी दी गई थी. बताया जा रहा है कि सीएम योगी आदित्यनाथ, संघ प्रमुख मोहन भागवत और हिन्दू विवेक केंद्र के सदस्यों को वाराणसी या कोलकाता में टारगेट करने की धमकी दी गई है. बता दें कि बैंड ऑफ सेवन आतंकी ग्रुप आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है.
खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा वाराणसी में नेटवर्क मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. वो वाराणसी को अपना बेस बनाने की कोशिश में है. माना जा रहा है कि लश्कर यहां पर बड़ा आतंकी हमले करने की फिराक में है.
खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ महीनों में लश्कर के आतंकी कई बार वाराणसी आ चुके हैं. लश्कर का रिक्रूटर उमर मदनी भी वाराणसी की रेकी कर चुका है. बताया जा रहा है कि उमर मदनी 7 मई से 11 मई तक वाराणसी के एक मुसाफिर खाने में ठहरा था. यहां वो कई लोगों से भी मिला था. माना जा रहा है कि यहां पर बड़ा आतंकी हमले करने की फिराक में है. इस रिपोर्ट सामने आने के बाद सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं. स्लीपर सेल्स और फरार आतंकियों पर एजेंसियों की खास नजर है.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो