बीजेपी के पूर्व सांसद और राम जन्मभूमि न्यास के सदस्य राम विलास वेदांती ने आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर की मध्यस्थता करने के प्रस्ताव का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि राम मंदिर विवाद में उनकी मध्यस्थता स्वीकार नहीं है।
कल्कि महोत्सव में हिस्सा लेने आये वेदांती ने मीडिया से कहा कि श्री श्री रविशंकर राम जन्मभूमि आंदोलन से कभी जुड़े नहीं रहे इसलिये उनकी मध्यस्थता मंजूर नहीं है।
राम विलास वेदांती ने कहा, 'लाखों लोगों ने इसके लिये अपनी जान दी है। वो इसके बीच में कैसे कूद सकते हैं? उन्हें मध्यस्थता करने का कोई अधिकार नहीं है।'
राम विलास वेदांती ने कहा, 'जो कभी भी राम मंदिर आंदोलन से जुड़ा नहीं रहा, जिसने आज तक रामलला के दर्शन नहीं किये हैं, वह मध्यस्थता कैसे कर सकता है।..... इस आंदोलन के लिए हम जेल गए और मुकदमे लड़ रहे हैं। श्री श्री रवि शंकर मामले को सुलझाने की पात्रता कहां रखते हैं।'
उन्होंने कहा, 'हम चाहते हैं कि मुस्लिम धर्म के लोग आगे आएं और इस संबंध में बातचीत करें। हम बैठकर बात करेंगे और विवाद का हल निकालेंगे। दोनों की सहमति से इस समस्या का हल निकाला जाना चाहिये।'
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हाल ही में आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कहा था कुछ उनके पास आए थे और वो राम मंदिर विवाद का हल चाहते हैं। उन्होंने कहा था कि अगर जरूरत पड़ी तो वो मध्यस्थता के लिये तैयार हैं।
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Source : News Nation Bureau