भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाने वाले लेखक एवं इतिहासकार वीर सावरकर की आज जयंती है. वह एक महान ऐतिहासिक क्रांतिकारी थे. उनका असली नाम विनायक दामोदर सावरकर था. उनका जन्म 28 मई 1883 के नासिक के पार भागरपुर गांव में हुआ था. आज उनके जन्मदिन के मौके पर जानिए उनके महान विचार
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- महान लक्ष्य के लिए किया गया कोई भी बलिदान व्यर्थ नहीं जाता है
- अपने देश की, राष्ट्र की, समाज की स्वतंत्रता- हेतु प्रभु से की गई मूक प्रार्थना भी सबसे बड़ी अहिंसा का द्योतक है
- देश-हित के लिए अन्य त्यागों के साथ जन-प्रियता का त्याग करना सबसे बड़ा और ऊँचा आदर्श है, क्योंकि – 'वर जनहित ध्येयं केवल न जनस्तुति' शास्त्रों में उपयुक्त ही कहा गया है.
- उन्हें शिवाजी को मनाने का अधिकार है, जो शिवाजी की तरह अपनी मातृभूमि को आजाद कराने के लिए लड़ने के लिए तैयार हैं
- वर्तमान परिस्थिति पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा, इस तथ्य की चिंता किये बिना ही इतिहासलेखक को इतिहास लिखना चाहिए और समय की जानकारी को विशुद्ध और सत्य रूप में ही प्रस्तुत करना चाहिए