रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 दिन का अनुष्ठान किया था. इस दौरान वो नारियल पानी पीकर और जमीन पर लेटकर समय बीताया था. 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद एक संत ने उनका व्रत खुलवाया. इधर उनके उपवास पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली ने विवादित बयान दिया है. मोइली ने कहा कि मुझे संदेह है क्या उन्होंने (पीएम मोदी) उपवास किया था या नहीं. उन्होंने बिना व्रत किए गर्भगृह में प्रवेश किया है तो वह स्थान अपवित्र हो जाता उस स्थल से शक्ति उत्पन्न नहीं हो पाती. वीरप्पा मोइली ने कहा कि उन्हें एक डॉक्टर ने बताया था कि कोई भी व्यक्ति 11 दिन तक भूखा नहीं रह सकता है.
Source : News Nation Bureau