अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट कराने की मांग विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने उठाई है. विश्व हिंदू परिषद ने कहा है कि पांच अगस्त को सदियों की आकांक्षा पूरी होने वाली है, इसलिए देश और विदेश के करोड़ों श्रद्धालु इस ऐतिहासिक मौके का गवाह बनता चाहते हैं. इसके लिए लाइव टेलीकास्ट की व्यवस्था होनी जरूरी है. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के आमंत्रण पर भूमि पूजन के लिए पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या पहुंचेंगे.
सूत्रों का यह भी कहना है कि भूमि पूजन के मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृहमंत्री अमित शाह, वरिष्ठ भाजपा नेता और मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी भी उपस्थित रह सकते हैं. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट भूमि पूजन के मौके पर आमंत्रित करने के लिए प्रमुख हस्तियों की सूची तैयार कर रहा है. सूत्रों का कहना है कि संघ के सर संघचालक मोहन भागवत भी भूमि पूजन समारोह में हिस्सा ले सकते हैं.
कोरोना संक्रमण की वजह से हुई लाइव टेलीकास्ट की मांग
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने मीडिया से बातचीत में बताया कि, राम मंदिर से करोड़ों श्रद्धालुओं की आकांक्षाएं जुड़ीं हैं. राम मंदिर आंदोलन में 16 करोड़ लोग हिस्सा ले चुके हैं. ऐसे में भूमि पूजन का कार्यक्रम, सदियों से संजोए एक सपने का पूरा होना है. कोरोना संकट के कारण सभी अयोध्या नहीं पहुंच सकते. ऐसे में लाइव टेलीकास्ट होने से देश ही नहीं दुनिया के राम भक्त समारोह का वर्चुअल हिस्सा बन सकेंगे. श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को लाइव टेलीकास्ट की तैयारियां करनी चाहिए.
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पीएम मोदी 5 अगस्त को करेंगे राम मंदिर का भूमि पूजन
श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी के लिए पीएमओ को भूमि पूजन के लिए तीन और पांच अगस्त की तिथि प्रस्तावित की थी. सूत्र बता रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त को दिन में 11 से डेढ़ बजे के बीच का समय दिया है. सूत्रों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के पहुंचने से पहले भूमि पूजन की तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी. फिर प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में विधि-विधान से भूमि पूजन होगा. पीएम मोदी 5 अगस्त को श्री राम जन्मभूमि मंदिर का भूमि पूजन करेंगे. अखिल भारतीय संत समिति ने इसे ऐतिहासिक और आनंद देने वाला क्षण बताया. अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महामंत्री स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने इसकी जानकारी दी.
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साढ़े तीन सालों में बनकर तैयार होगा भगवा श्री राम का भव्य मंदिर
स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि तीन-साढ़े तीन वर्षों में मक्का और वेटिकन से भी भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का निर्माण होगा. संत समाज ही नहीं पूरे विश्व के सनातन हिन्दु समाज के लिए यह गौरव का क्षण आने वाला है कि 1528 में बाबर और उसके सेनापति द्वारा अयोध्या में श्रीराम की जन्मभूमि पर बने भव्य मंदिर को तोड़ दिया गया था. यह एक गौरवशाली पल होगा जब हम राम जन्मभूमि का पूजना होते हुए देखेंगे. उन्होंने कहा कि 492 वर्षों का संघर्ष, 800 संघर्ष, न्यायलय में 1949 से लंबित मुकदमों की सुनवाई होते-होते आज विराट हिन्दु समाज के लिए वह गौरवशाली क्षण आ ही गया जब हम इन्हीं आंखों, इन्हीं शरीर से भगवान राम की जन्मभूमि पर अपने यशस्वी प्रधानमंत्री श्रीमान नरेंद्र मोदी जी के द्वारा श्रीराम जन्मभूमि का भूमि पूजन होते देखेंगे.
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5 अगस्त है भारत की ऐतिहासिक तारीख
उन्होंने कहा कि 5 अगस्त की तारीख एक और मामले में ऐतिहासिक है. पांच अगस्त के दिन ही पिछले साल गृह मंत्री अमित शाह ने जब गरज करके जम्मू-कश्मीर के कलंक धारा 370 को हटाने की घोषणा की थी. और जम्मू-कश्मीर दो केंद्रशासित प्रदेश में विभक्त होकर के, धारा 370 समाप्त होकर के कश्मीर के हिन्दुओं के लिए एक स्वाभिमान से जीने का अवसर मिला था. जिसके बाद सही मायने में हम कह पाए थे कि कश्मीर भारतीय संविधान के अनुसार भारत का अभिन्न अंग है. इसलिए 5 अगस्त की तिथि श्रीराम जन्मभूमि का भूमि पूजन और कश्मीर से धारा 370 हटने की पहली वर्षगांठ, हर मामले में ऐतिहासिक और आनंद को देने वाला क्षण है.