विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर साफ-सफाई कार्य में लगे स्वच्छता योद्धाओं का सम्मान करने का निर्णय लिया है. विहिप के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर अस्पृश्यता, जातिवाद और सामाजिक भेद-भाव के विरुद्ध लड़ने वाले महानायक थे. उनकी जयंती को विश्व हिंदू परिषद इस बार कोरोनावायरस (Corona Virus) के स्वच्छता योद्धाओं को मास्क, हैंडग्लोव्स और सैनेटाइजर प्रदान कर मनाएगी.
उन्होंने कहा कि हर साल की तरह बाबा साहब की जयंती पर उनकी प्रतिमाओं पर जगह-जगह माल्यार्पण, संसद मार्ग पर कुभ मेला आदि बड़े-बड़े कार्यक्रम तो नहीं हो सकते, मगर कोविड -19 (COVID-19) जैसी महामारी भी महापुरुष को श्रद्धांजलि देने से नहीं रोक सकती. उन्होंने अपील की कि सब अपने-अपने घरों पर रहते हुए, बाबा साहब का चित्र सामने रख, उनके प्रेरक प्रसंगों का वाचन करते हुए, समरस समाज के निर्माण का संकल्प लें.
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कोरोना के खिलाफ जंग में सफाई कर्मी बने हैं योद्धा
आलोक कुमार ने कहा कि आज कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में सफाईकर्मी एक योद्धा की तरह काम कर रहे हैं. उनको सम्मानित करके ही बाबा साहब को सच्ची श्रद्धांजलि दी जा सकती है.बाबा साहब ने जातिवाद व अस्पृश्यता का दंश उन्होंने बचपन से झेला था. इन अपमानों के बावजूद मन में कोई कड़वाहट न रखते हुए उन्होंने समरस समाज के निर्माण के लिए जीवनभर संघर्ष किया.
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दलितों के मसीहा थे बाबा साहेब
विश्व हिन्दू परिषद सदैव बाबा साहेब के बताये रास्तों पर से चलती आई है. आपको बता दें कि देश के इतिहास में 14 अप्रैल के दिन देश के संविधान निर्माता डा. भीम अंबेडकर का जन्म हुआ था. भारतीय इतिहास में बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को महान विद्वान और दलितों के मसीहा के तौर पर देखा जाता है. बाबा साहेब ने अपने जीवन काल में लगातार दलितों की भलाई के लिए अनेको काम किए.