भारत के विदेश सचिव विजय गोखले रविवार को चीन की दो दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे. इस दौरान वह चीन के विदेश मंत्री वांग यी के साथ भी चर्चा करेंगे. गोखले का यह दौरा चीन के बेल्ट ऐंड रोड फोरम से ठीक पहले हो रहा है. इसके अलावा चर्चा है कि इस दौरे में आतंकी मसूद अजहर को लेकर भी दोनों देशों के बीच बात हो सकती है. माना जा रहा है कि गोखले के इस दौरे में चीन और भारत के बीच आतंकी मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित होने पर सकारात्मक बात हो सकती है. यदि ऐसा होता है कि आम चुनावों के बीच में पूरे देश में इस घटना का गहरा प्रभाव हो सकता है.
भारत चाहता है कि पेइचिंग मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित करने की राह में अड़ंगा लगाना बंद करे. भारत यह भी चाहता है कि चीन मसूद और उसके सहयोगियों पर कार्रवाई के लिए दबाव बनाए.
यह भी पढ़ें- आप प्यासे रहे और कांग्रेस पाकिस्तान की प्यास बुझा रही, राजस्थान में बोले पीएम नरेंद्र मोदी
भारत में चीनी दूतावास का कहना है कि गोखले की यात्रा नियमति द्विपक्षीय बातचीत के लिए है.इस दौरान क्या बात होगी, इस पर दूतावास ने कोई जानकारी नहीं दी है.इस यात्रा के दौरान गोखले चीन के विदेश मंत्री वान्ग यी से भी मुलाकात करेंगे.
जब पेइचिंग में चीन के विदेश मंत्री से सवाल किया गया कि क्या चीन भारत पर निचले स्तर के अधिकारियों का ओबीओआर फोरम में प्रतिनिधित्व कराएगा.इस पर वान्ग यी ने कहा कि भारत यदि इस फोरम में हिस्सा नहीं भी लेता है, तो भी दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध बने रहेंगे.
भारत ने जहां चीन के बेल्ट ऐंड रोड फोरम की बैठक के न्योते को ठुकरा दिया है वहीं इसके पड़ोसी देशों मालदीव, श्री लंका, नेपाल और बांग्लादेश ने शामिल होने की पुष्टि कर दी है.इस कार्यक्रम में 40 देशों के राष्ट्राध्यक्षों और सरकारों के शामिल होने की संभावना है.
Source : News Nation Bureau