विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर लंदन स्थित भारतीय मिशन ब्रिटिश अधिकारियों के लगातार संपर्क में है. कुछ दिन पहले ही ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट अदालत ने माल्या के प्रत्यर्पण का आदेश दिया था. माल्या पर कथित रूप से 9,000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी तथा मनी लांड्रिंग का आरोप है.
अदालत के फैसले से भारत के माल्या को वापस लाने के प्रयासों को बल मिला है. इस मामले में भारत की आगे की कार्रवाई के सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, 'वेस्टमिंस्टर अदालत ने 10 दिसंबर को आदेश दिया था कि माल्या को भारत को सौंपा जा सकता है. अब यह मामला वहां के गृह मंत्री के पास जाएगा, जिनके पास प्रत्यर्पण का औपचारिक आदेश देने के लिए दो माह का समय है.'
उन्होंने कहा कि इसके बाद दो सप्ताह में माल्या इसके खिलाफ अपील कर सकते हैं. कुमार ने कहा, 'हमें देखना होगा कि आगे क्या होता है. मैं कहना चाहूंगा कि लंदन में हमारा मिशन लगातार ब्रिटेन के अधिकारियों के संपर्क में है.'
एक अन्य भगोड़े कारोबारी मेहुल चोकसी से संबंधित सवाल पर कुमार ने कहा कि सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के आग्रह को एंटीगुआ और बरबूडा के अधिकारियों को सौंपा गया है. नीरव मोदी पर उन्होंने कहा कि भारत का आग्रह ब्रिटेन के गृह मंत्री के पास विचारार्थ है.
उसके बाद इसे अदालत के पास निर्णय के लिए भेजा जाएगा।
Source : News Nation Bureau