भारत छोड़कर भागे कारोबारी विजय माल्या (Vijay Mallya ) को एक फिर मुश्किलें बढ़ गई हैं. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए आखिरी मौका दिया है. सुप्रीम कोर्ट (SC) ने एकदम साफ कर दिया है कि अगर विजय माल्या या उनकी ओर से वकील अगली तारीख तक पेश नहीं होते हैं तो सजा सुनाने के लिए कोर्ट और इतंजार बिल्कुल नहीं करेगा. इस मामले की अगली सुनवाई 24 फरवरी होगी.
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विजय माल्या बैंकों के हजारों करोड़ों रुपये हड़पकर विदेश फरार हो गए हैं. अब सुप्रीम कोर्ट ने विजय माल्या को अवमानना मामले में अपना पक्ष रखने के लिए लास्ट चांस दिया है. विजय माल्या को सुप्रीम कोर्ट ने 9 मई 2017 को अवमानना का दोषी ठहराया था. उन्हें डिएगो डील के 40 मिलियन डॉलर अपने बच्चों के विदेशी एकाउंट में ट्रांसफर करने और सम्पत्ति का सही ब्यौरा न देने के लिए अवमानना का दोषी करार दिया गया था. गौरतलब है कि विजय माल्या के ऊपर विभिन्न बैंकों का 9 हजार करोड़ रुपये ज्यादा का बकाया है.
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आपको बता दें कि पिछले दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लोकसभा में कहा था कि कई बैंकों से हजारों करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करके देश से भागे शराब कारोबारी विजय माल्या, हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चौकसी से 13,109 करोड़ रुपये की रिकवरी की जा चुकी है. इन दोनों ही भगोड़े डिफॉल्टर की संपत्ति को बेचकर इस रकम को रिकवर किया गया है.