देश छोड़कर भागे शराब कारोबारी विजय माल्या ने एक बार फिर अपने आप को बेगुनाह बताते हुए राजनीतिक दलों और मीडिया पर हमला बोला। उन्होंने कहा है कि वे दो राजनीतिक दलों के बीच फुटबॉल बन गए हैं और इन दोनों पार्टियों के चुनावी भाषणों से साफ जाहिर होता है।
अपने खिलाफ सबूत को लेकर उन्होंने चुनौती देते हुए कहा है कि राजनीतिक दल मेरे खिलाफ सबूत पेश करें और फिर कानून अपना काम करेगा। उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि उनके पास मेरे खिलाफ कोई सबूत है।
माल्या ने साथ ही कहा, 'जब तक कानून मुझे दोषी नहीं ठहरा देता, मैं इंग्लैंड में सुरक्षित हूं। माल्या ने कहा कि सरकार की दया से भगोड़ा बनने के बजाय सुरक्षित रहना ज्यादा पसंद करूंगा।'
अपने ट्वीटर अकाउंट के जरिए मीडिया पर हमला बोलते हुए माल्या ने कहा, 'फॉर्मुला वन में एक भारतीय की इंट्री इतनी सफल होने के बावजूद भारतीय मीडिया का ध्यान इस ओर नहीं गया। उनका ध्यान हमेशा केवल मुझे निशाना बनाने पर रहता है।'
कुछ दिन पहले भारत और ब्रिटेन सरकार के विदेश मंत्रालयों के बीच हाल ही में दिल्ली में मीटिंग हुई थी। इस मीटिंग के दौरान ब्रिटिश सरकार ने माल्या के प्रत्यर्पण का आश्वासन दिया था।