कानपुर एनकाउंटर का मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी फरार है. लेकिन विकास के अन्य साथी एक के बाद एक पकड़े जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक पता चला है कि कानपुर में हत्याकांड को अंजाम देने के बाद 2 दिन तक विकास दुबे शिवली में ही दोस्त के घर छिपा था. वहीं फरीदाबाद से विकास का एक और साथी गिरफ्तार हुआ है.
मंगलवार को क्राइम ब्रांच फरीदाबाद को गुप्त सूचना मिली कि उत्तर प्रदेश के कुख्यात बदमाश विकास दुबे के कुछ सहयोगी आरोपी हथियार सहित न्यू इंदिरा नगर कॉम्पलेक्स हरि नगर नहर पार एरिया में छुपे हुए हैं. सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी गई.
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पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह ने डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद को आरोपियों की धरपकड़ के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए. डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद की देखरेख में एसीपी क्राइम अनिल यादव ने क्राइम ब्रांच 48, क्राइम ब्रांच ऊंचा गांव और क्राइम ब्रांच बीपीटीपी की तीन टीमों के साथ सूचना के आधार पर नहर पार एरिया में रेड की.
रेड के दौरान एक घर मे छुपे हुए बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की लेकिन क्राइम ब्रांच की टीम की घेराबंदी और सतर्कता के चलते आरोपियों को मौके पर ही धर दबोचा गया.
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रेड में कार्तिकेय पुत्र राजेन्द्र निवासी गाँव बिखरू थाना चौवेपुर जिला कानपुर, अंकुर पुत्र श्रवण निवासी गाँव काकुपुर थाना शिवपुर पुर जिला कानपुर और श्रवण पुत्र खेरेशवर निवासी गाँव काकुपुर थाना शिवराजपुर जिला कानपुर को गिरफ्तार किया गया है.
डीसीपी क्राइम मकसूद अहमद ने बताया कि उपरोक्त आरोपियों के खिलाफ पुलिस टीम पर फायरिंग करने व अवैध हथियार रखने सहित आईपीसी की संबंधित धाराओं के अंतर्गत थाना खेड़ी पुल में मुकदमा दर्ज किया गया है. बदमाश प्रभात को आरोपी अंकुर और उसके पिता श्रवण ने अपने घर में पनाह दी थी.
पूछताछ में प्रभात ने बताया कि उसने और कुख्यात बदमाश विकास दुबे ने, विकास की भाभी की मौसी शांति मिश्रा के घर नहरपार, हरी नगर इंदिरा कंपलेक्स मे पनाह ली थी. विकास दुबे पुलिस पार्टी के आने से कुछ घंटे पहले फरार हो गया था.
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बदमाश प्रभात ने पूछताछ पर बताया कि वह , विकास दुबे के साथ बिखरू गांव में हुए हत्याकांड में पुलिस पार्टी पर फायर करने में शामिल था. आरोपी प्रभात उर्फ कार्तिकेय ने बताया कि विकास दुबे और उसने पुलिस पार्टी पर हमला करके घायल पुलिस वालों की दो पिस्टल और जिंदा राउंड छीनकर मौके से फरार हो गए थे.
फरार होने के बाद 2 दिन बाद दो दिन तक दोस्त के घर शिवली यूपी में रहे थे. कार्तिकेय को अदालत द्वारा यूपी पुलिस की मांग पर ट्रांजिट रिमांड पर यूपी एसटीएफ के हवाले किया गया है.
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डीसीपी क्राइम ने बताया कि आरोपी के कब्जे से यूपी पुलिसकर्मियों से छिनी हुई 2 पिस्टल 9mm और 2 देसी पिस्टल 9mm सहित 44 जिन्दा राउंड व एक खाली खोल, एक पिठू बैग व 3000/- रुपये बरामद हुए हैं.
Source : News Nation Bureau