इसी साल दिसम्बर महीने में भारत में 'हार्ट ऑफ़ एशिया' सम्मेलन का आयोजन होने वाला है। बुधवार को पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से ख़बर आयी थी की पाकिस्तान में विदेश नीति के प्रमुख सरताज़ अज़ीज़ भी इस सम्मलेन में हिस्सा लेने भारत पहुंचेंगे।
जिसके बाद गुरुवार को भारत के विदेश मंत्रालय ने इस बात का खंडन करते हुए साफ़ कर दिया है कि अब तक पाकिस्तान की तरफ से इस बात की अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति बरकरार है। इससे पहले भारत ने सार्क सम्मलेन में हिस्सा लेने से ये कहते हुए मना कर दिया था कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देना बंद नहीं करेगा दोनों देशों के बीच कोई बातचीत नहीं हो सकती।
जिसके बाद भूटान, बांग्लादेश, मालदीव, अफ़ग़ानिस्तान और श्रीलंका ने भी सम्मेलन में हिस्सा लेने से मना कर दिया और आखिरकार दक्षेस सम्मलेन रद्द कर दिया गया।
ऐसे में संभावना व्यक्त की जा रही है कि दक्षिण एशिया में अलग थलग पड़ने के बाद पाकिस्तान एक बार फिर से बीच का रास्ता निकालने की जुगत में है।