पानीपत का चर्चित विनोद बराड़ा हत्याकांड तो आप सभी को याद ही होगा. हत्या के ढाई साल बाद पुलिस ने मामले में बड़ा खुलासा किया है. विनोद का मर्डर किसी विवाद में नहीं हुआ है बल्कि विनोद की पत्नी निधि ने अपने जिम ट्रेनर सुमित के साथ मिलकर ही अपराध को अंजाम दिया था. बता दें, प्यार के चक्कर में सुमित ने भाड़े के एक हत्यारे को एक लोडिंग गाड़ी दिलवाई, जिससे विनोद को एक्सीडेंट में मारा जा सके. हालांकि, यह प्लान सफल नहीं हुआ क्योंकि भाड़े का हत्यारा एक्सीडेंट के मामले में जेल चला गया. अब कैसे क्या हुआ आइये जानते हैं…
पानीपत एसपी अजीत सिंह शेखावत ने बताया कि दिसंबर 2021 में विनोद के चाचा वीरेंद्र ने थाने में शिकायत की. उन्होंने बताया कि उनका भतीजा विनोद एक कंप्यूटर सेंटर चलाता था. पांच अक्टूबर 2021 की शाम विनोद मोहल्ले के गेट पर बैठा था. तभी पंजाब की एक गाड़ी ने विनोद को सीधी टक्कर मार दी. विनोद की दोनों टांगे टूट गई. पुलिस ने आरोपी गाड़ी चालक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया और भटिंडा से आरोपी देव सुनार को गिरफ्तार कर लिया.
घर में घुसकर आरोपी ने मारा
पुलिस के अनुसार, करीब 15 दिन बाद देव समझौते के लिए उनके पास आया. विनोद ने समझौते से मना किया तो आरोपी ने अंजाम भुगतने की धमकी दी और वहां से निकल गया. इसके बाद, देव 15 दिसंबर 2021 को देसी पिस्तौल लेकर विनोद के घर पहुंचा. उसने दरवाजा बंद कर दिया. विनोद की पत्नी ने शोर मचाया. वीरेंद्र सहायता के लिए पड़ोसियों के साथ घर पहुंचा. वे खिड़की से अंदर घुसे और आरोपी को काबूू में लिया. उसके कमर और सिर में गोली लगी थी. विनोद को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
विनोद ने स्वीकार किया अपना जुर्म
मामले की जांच की गई तो पता चला कि देव की सुमित से अधिक बात होती थी और विनोद की पत्नी की भी सुमित से बात होती थी. पुुलिस ने सुमित को पकड़ा और पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया. जांच में सामने आया कि सुमित विनोद की पत्नी निधि से प्यार करता था. विनोद को इसकी जानकारी हो गई. दोनों के बीच इस बात पर कहासुनी हो गई. बाद में निधि के साथ मिलकर सुमित ने हत्या की साजिश रची. एसपी का कहना है कि सुमित ने देव को 10 लाख नकद और घर का सारा खर्च देने के नाम पर तैयार किया था.
साजिश के तहत समझौते के लिए भेजा था घर
पुलिस ने अनुसार, सुमित ने ही देव को गाड़ी दिलवाई, सुमित ने विनोद पर गाड़ी चढ़ा दी पर विनोद की मौत नहीं हुई. इसके बाद वह जेल चला गया. सुमित ने देव को जमानत दिलवाई. सुमित ने देव को बंदूक दिलाई और समझौते के बहाने विनोद के घर भेजा और उसकी हत्या करवा दी.
Source : News Nation Bureau