राजस्थान (Rajasthan) पुलिस ने सोमवार को पुष्टि की है कि पिछले चार दिनों में हिंसा की आग में जल रहे डूंगरपुर में हालात को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा की गई फायरिंग (Police Firing) में दो लोगों की मौत हो गई है और अन्य दो घायल हो गए हैं. पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) भूपेंद्र सिंह ने कहा, 'पिछले चार दिनों में उदयपुर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर भड़की हिंसा में दो लोगों की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल हो गए हैं. रविवार रात से अतिरिक्त पुलिस बल और रैपिड एक्शन फोर्स की तैनाती की गई है.'
उन्होंने कहा कि पुलिस को स्थिति को नियंत्रित करने और सार्वजनिक संपत्ति और लोगों की जान बचाने के लिए शनिवार को फायरिंग करनी पड़ी जिसमें दो की मौत हो गई और दो घायल हो गए. उन्होंने कहा कि घायल खतरे से बाहर हैं. उन्होंने कहा कि कुल 24 मामले दर्ज किए गए हैं और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की दो कंपनियों और राजस्थान आर्म्ड कांस्टेबुलरी (आरएसी) की छह कंपनियों की तैनाती की गई है. अधिकारी सभी घटनाक्रमों पर नजर बनाए हुए हैं.
पिछले हफ्ते, शिक्षक भर्ती परीक्षा के हजारों अभ्यर्थी सड़कों पर उतर आए और एनएच-8 पर पथराव किया और वाहनों को आग लगा दी.
उन्होंने एसटी अभ्यर्थियों द्वारा सामान्य श्रेणी के लिए आरक्षित 1,000 से अधिक रिक्त पदों को भरने की मांग की. गुरुवार शाम से राजमार्ग लगभग 10 किलोमीटर तक अवरुद्ध रहा. हिंसा में कई पुलिस वाहनों को आग लगा दी गई और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.
Source : News Nation Bureau