देश के सबसे प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में से एक JNU में हिंसा को लेकर कुलपति एम जगदीश कुमार ने न्यूज नेशन से बातचीत में कहा, कैंपस के अंदर हिंसा हुई. उससे पहले सर्वर रूम पर हमला किया गया. सर्वर रूम तोड़ने की कोशिश की गई. हिंसा के बाद भी ऐसी कोशिश हुई. इससे साफ जाहिर होता है कि कैंपस में जो कुछ भी हुआ, उसके पीछे सुनियोजित साजिश थी. कुलपति ने कहा, छात्रों, फैकल्टी और अन्य सभी लोगों से बात करने के लिए जेएनयू प्रशासन तैयार है, लेकिन छात्रों की तरफ से जरा भी लचीला रुख नहीं अख्तियार किया जा रहा. इसी वजह से विश्वविद्यालय में पढ़ाई ठप है.
यह भी पढ़ें : मुश्किल समय से गुजर रहा है देश, शांति कायम करने का प्रयास होना चाहिए: CJI
कुलपति ने कहा, सेमेस्टर एग्जाम हो जाए, यह सबसे अधिक जरूरी है. उन्होंने कहा, जो छात्र दूसरे छात्रों को एग्जाम देने से रोक रहे हैं, उन पर कार्रवाई की जा सकती है. बहुत से विदेशी छात्र भी विश्वविद्यालय में पढ़ते हैं अगर उनके एग्जाम नहीं हुए तो साल बर्बाद हो जाएगा. इससे विश्व की 100 सबसे अच्छी विश्वविद्यालयों में से एक JNU की छवि भी धूमिल होती है.
कुलपति एम जगदीश कुमार ने यह भी कहा, यह कहना अनुचित है कि हम पर छात्रों या फिर मानव संसाधन विकास मंत्रालय का दबाव है. एमएचआरडी (MHRD) और जेएनयू प्रशासन मिलकर काम कर रहा है. हमारी कोशिश है कि कैंपस में शैक्षणिक कार्य शुरू किया जाए.
यह भी पढ़ें : ममता बनर्जी ने कांग्रेस को दिया बड़ा झटका, दिल्ली में विपक्ष की गोलबंदी में शामिल नहीं होंगी
उन्होंने कहा, हम नहीं चाहते कि जेएनयू विश्वविद्यालय किसी भी तरह से राजनीति का अखाड़ा बने और यह भी नहीं चाहते कि राजनीतिक दल के लोग कैंपस में आकर माहौल खराब करें.
Source : News Nation Bureau