विश्व हिंदू परिषद के पूर्व अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा कि साल 1983 से आरएसएस, वीएचपी की एक ही मांग थी कि हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार आएगी तो हम राम मंदिर पर कानून बनाएंगे. लाल कृष्ण आडवाणी ने इसी को लेकर यात्रा निकाली, पूर्ण बहुमत की सरका आई तो राम मंदिर पर कानून क्यों नहीं बनाया गया. तोगड़िया ने कहा, 'हमारा सपना था सस्ती शिक्षा, सस्ता पेट्रोल लेकिन हमें राम मंदिर भी चाहिए.'
उन्होंने यह भी कहा, 'समय के साथ विचार बदलता है वो तो सुना है लेकिन सत्ता के साथ विचारधारा बदल रही. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिया गया साथ ही धारा 370 का मुद्दा से भी ध्यान हटा लिया गया. किसानों को भी छोड़ दिया गया है. अब हम 21 अक्टूबर से अंतर्राष्ट्रीय परिषद लखनऊ से अयोध्या को कूच करेंगे. '
प्रवीण तोगड़िया ने संघ पर हमला बोलते हुए बताया कि आरएसएस के संचालक (मोहन भागवत) ने दिल्ली में कहा कि मुसलमानों के बिना हिंदुस्तान अधूरा है. ये बात उन्हें 90 साल बाद याद आ रहा है.
उन्होंने कहा, 'पहले कहा हिंदू ही हिंदूत्व है लेकिन अब हेडगेवार, गोवलकर के विचार को झुठला दिया. एक बार उन्होंने अपने विचार और विचारधारा छोड़ दिया दूसरी बार ऐसा नहीं करेंगे इसकी क्या गारंटी है. दुनियाभर के हिंदुओं को छोड़ दिया, मुझे अफसोस हो रहा है. मैंने 52 साल से अपना घर और करियर छोड़ रखा है.'
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तोगड़िया ने पीएम पर भी हमला बोला है और कहा कि आरएसएस (संघ) विचारधारा का पीएम मस्जिद जाता है, संघ चालक कहते है मुसलमानों के बिना हिंदुत्व अधूरा है. अब हम अयोध्या में आगे का एक्शन प्लान तैयार करेंगे, मैं हिंदुओ को जगा रहा हूं. मुझ पर विश्वास करेंगे तो अच्छा है.'
नए राजनीतिक दल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि मैंने कहा था देश मे हिन्दू राजनीति खड़ा करूंगा. मैं बहरूपिया नहीं हूं मैं महंगा कोट नही पहनता हूं, मैं दिन में तीन बार कपड़े नहीं बदलता हूं.
एससी-एसटी एक्ट (sc/st act) पर तोगड़िया ने कहा आज की स्थिति देखकर दुखी हूं. हिंदुओ का विभाजन दिखाई दे रहा है सभी जातियों का देश मे सम्मान होना चाहिए.
Source : News Nation Bureau