Voice Cloning: क्या कभी ऐसा हुआ कि आपके फोन पर किसी अनजान नंबर से कॉल आया हो, लेकिन आवाज कोई जानी पहचानी हो. इस तरह के फोन कॉल पर अक्सर पैसों की मांग की जाती है और लोग अपनो की जरूरत जानकर उनकी मदद कर भी देते हैं. लेकिन जब उनको सच्चाई का पता चलता है तो पैरों तल से जमीन खिसक जाती है. दरअसल, हम यहां बात कर रहे हैं एक ऐसे साइबर क्राइम की, जिसका नाम है वॉयस क्लोनिंग. वॉयस क्लोनिंग के जरिए ठग किसी करीबी रिश्तेदार या परिचित की आवाज में कॉल करके पैसों की मांग करते हैं. ये लोग मुसीबत में फंसा होने या अर्जेंट जरूरत की बात कहकर पैसों की डिमांड करते हैं. ऐसे कॉल सुनकर लोग पैनिक हो जाते हैं और उनके जाल में फंस जाते हैं और इस तरह से लाखों रुपया गंवा बैठते हैं.
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दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ दिनों में ही वॉयस क्लोनिंग से ठगी के तमाम मामले सामने आ चुके हैं. ताजा मामला दिल्ली के पीतमपुरा इलाके का है. यहां के निवासी राजेश कुमार गर्ग एमसीडी में इंजीनियर है. राजेश कुमार का बेटा हैदराबाद में मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहा है. 9 जनवरी को राजेश के पास एक फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को हैदराबाद का एक पुलिस अफसर बताया. कॉलर ने कहा कि उनका बेटा एक रेप केस में शामिल पाया गया है. क्योंकि वह देखने में अच्छे घर का लग रहा है, इसलिए हम उसको छोड़ने पर विचार कर रहे हैं. लेकिन इसके लिए आपको कुछ पैसे देने होंगे. यही नहीं कॉलर ने राजेश से उनके बेटे की बात भी कराई. फोन पर उनका बेटा रोते बिलखते खुद को पुलिस से छुड़वाने की मांग कर रहा था. पुलिस ने इसके लिए राजेश से 50 हजार रुपए की मांग की.
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उधर, बेटे की आवाज सुनकर राजेश अवाक रह गया. उन्होंने कॉलर से बातचीत कर मामले को किसी तरह 20 हजार रुपए में निपटाने की मांग की और ऑनलाइन पैसा ट्रांसफर कर दिया. इसके बाद जब उन्होंने अपने बेटे के नंबर पर कॉल किया तो उनको बिल्कुल ठीक पाया. तब जाकर उनको पता लगा कि वह ठगे जा चुके हैं. घटना के बाद पीड़ित ने पुलिस को मामले की जानकारी दी.
Source : News Nation Bureau