मंगलवार को अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले मामले में मुख्य आरोपी इंडियन एयरफोर्स के पूर्व चीफ एसपी त्यागी के विदेश जाने संबंधी आदेश पर दिल्ली हाई कोर्ट ने रोक लगा दी है। आपको बता दे कि त्यागी को ट्रायल कोर्ट ने इंडोनेशिया जाने की इजाजत दी गई थी।
ट्रायल कोर्ट के आदेश पर रोक लगाते हुए हाईकोर्ट के जस्टिस आईएस मेहता ने त्यागी को दिए 'स्पेशल ट्रीटमेंट' की निंदा की। हाई कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट के फैसले पर 12 जुलाई तक के लिए रोक लगा दी है।
कोर्ट में सीबीआई ने यह दलील मान ली पूर्व वायुसेना प्रमुख जमानत पर है और मामले में चल रही जांच को प्रभावित कर सकते हैं।
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आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला
1. केंद्र सरकार ने साल 2005 में वीवीआईपी लोगों के लिए हेलिकॉप्टर खरीदने की योजना बनाई और इसके लिए प्रक्रिया शुरू हुई।
2. कई चरणों की प्रक्रिया से गुजरने के बाद भारतीय वायुसेना ने साल 2010 में वीवीआईपी लोगों की यात्रा के लिए 12 हेलिकॉप्टरों की खरीद के लिए एंग्लो इतालवी कंपनी अगस्टावेस्टलैंड से 3600 करोड़ रुपये की डील की थी।
3. आरोप है कि भारत सरकार ने हेलिकॉप्टर खरीद के लिए जो मानक तय किए थे पहले उसपर अगस्टावेस्टलैंड हेलिकॉप्टर खरा नहीं उतरा था।
4.भारत सरकार ने हेलिकॉप्टर के उड़ने की जो अधिकतम सीमा तय की थी उस सीमा पर इस कंपनी के हेलिकॉप्टर उड़ने में सफल नहीं हो पाया था।
5.आरोप है कि इसी मानक को बदलवाने के लिए अगस्टावेस्टलैंड की पैरेंट कंपनी फिनमेक्केनिका ने भारतीय अधिकारियों और उस वक्त सत्ता में रहे मंत्रियों को करीब 100-125 करोड़ रुपये की घूस दी।
6.एसपी त्यागी उस वक्त एयरफोर्स के चीफ थे और आरोप है कि उन्होंने अपने भाईयों की कंपनी के जरिए घूस लेकर हेलिकॉप्टर के उड़ान मानक को बदलने की मंजूरी दे दी।
7.साल 2013 में इटली के एक कोर्ट के इस सौदे पर फैसला आने के बाद पूर्व आईएएफ चीफ एस पी त्यागी का भी नाम सामने आया।
8.पूर्व वायुसेना प्रमुख का इस सौदे में नाम आने के बाद सरकार ने तत्काल इसकी खरीद प्रक्रिया पर रोक लगा दी और सौदे को भी रद्द कर दिया।
9.इस हेलिकॉप्टर खरीद मामले में गलत अकाउंटिंग और घूस दिए जाने की बात सामने आने के बाद इटली की अदालत ने फिनमेक्केनिका के पूर्व प्रमुख गुसेप ओर्सी को साढ़े चार साल कैद की सजा सुनाई थी।
10. गुसेप ओर्सी पर कंपनी के अधिकारियों के जरिए डील को फाइनल कराने के लिए भारतीय अधिकारियों को घूस देने का आरोप था।
11. मामले की गंभीरता को देखते हुए उस वक्त के रक्षा मंत्री एके एंटनी ने माना था कि इस सौदे में घोटाला हुआ है जिसके बाद इस सौदे की जांच सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय को सौंप दी गई थी।
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12. सीबीआई के सामने पूर्व एयर चीफ त्यागी ने ये कुबूल किया था कि उन्होंने फिनमेक्कैनिका के अधिकारियों से मुलाकात की थी।
13.एसपी त्यागी पर आरोप है कि इन्होंने इटली की कंपनी के अधिकारियों से मिलने के बाद अपने भाई की कंपनियों में इस कंपनी से बतौर घूस पैसा निवेश करवाया था।
14. आरोप है कि इस सौदे को भारत सरकार से मंजूरी दिलवाने के लिए 3600 करोड़ रुपये के 12 फीसदी हिस्सेदारी पर डील हुई थी। फिलहाल सीबीआई अभी इस मामले की जांच में जुटी हुई है और इसमें कई और लोगों की भी गिरफ्तारी हो सकती है।
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Source : News Nation Bureau