चुनावी मौसम है, सियासी बयार है, मगर जनता को अबतक उम्मीदवारों का इंतजार है... जी हां, यही आलम है देश की कुछ VVIP सीटों का, जहां अबतक पार्टियों ने अपने उम्मीदवार मैदान में नहीं उतारे हैं. उत्तर प्रदेश में गांधी परिवार का गढ़ रही अमेठी सीट और रायबरेली इन्हीं सीटों का उदाहरण हैं. यहां न तो सत्ताधारी पार्टी ने, न ही विपक्ष ने अपने सियासी पत्ते खोले हैं. इसलिए आज इस आर्टिकल में हम देशभर की कुछ ऐसी ही सीटों का जिक्र करने जा रहे हैं, जहां लोकसभा चुनाव के इतने करीब आने के बावजूद भी उम्मीदवारों के नामों का ऐलान अबतक नहीं किया है.
अमेठी
अमेठी देशभर की चुनिंदा वीवीआई सीटों में से एक है, जहां भाजपा ने लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को टिकट सौंपा है, जबकि कांग्रेस की ओर से यहां कौन मैदान में है अबतक जनता इससे बेखबर है. इस सियासी सस्पेंस के बीच माना जा रहा है कि, कांग्रेस इस सीट पर उम्मीदवार उतारने से पहले पूरी रणनीति तैयार कर रही है. हालांकि उम्मीद है कि, जल्द ही इस पर कांग्रेस अपने उम्मीदवार का ऐलान कर सकती है. बता दें कि, साल 2019 तक राहुल गांधी कांग्रेस के टिकट पर अमेठी से मैदान में उतरते आए हैं, मगर कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार वह सिर्फ केरल के वायनाड से ही चुनाव लड़ेंगे.
रायबरेली
रायबरेली पर कौन होगा कांग्रेस उम्मीदवार इसके लेकर भी सस्पेंस बरकरार है. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उत्तर प्रदेश में केवल एक सीट लाने में सफल हुई थी, जो थी रायबरेली. मगर अब जब सोनिया यहां से न लड़कर राजस्थान से राज्यसभा जा चुकी हैं, तो रायबरेली में कांग्रेस के उम्मीदवार को लेकर चर्चा तेज हैं. न सिर्फ ये, बल्कि भाजपा ने भी अबतक इस सीट पर अपने पत्ते नहीं खोले हैं.
इन सीटों पर भी बना हुआ है सियासी सस्पेंस
इन VVIP लोकसभा सीटों के अलावा भी देशभर की कई सीटें हैं, जहां उम्मीदवारों को लेकर सियासी सस्पेंस बना हुआ है. चलिए बताते हैं, ये कौन-कौन सी सीटें हैं- कैसरगंज, इलाहाबाद, फूलपुर, नासिक, मंडी, आनंदपुर साहिब और बांसवाड़ा
Source : News Nation Bureau