मध्य प्रदेश के चर्चित व्यापमं घोटाले के मुख्य आरोपियों से एक प्रवीण यादव ने अपने घर मुरैना में खुदकुशी कर ली है। व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले का खुलासा होने के बाद बड़ी संख्या में पीएमटी में गड़बड़ियां सामने आई थीं।
इस मामले की एसटीएफ (विशेष कार्य बल), एसआईटी (विशेष जांच दल) की जांच के बाद वर्तमान में सीबीआई (केंद्रीय जांच दल) जांच चल रही है। इस मामले में अब तक 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।
घोटाले में घिरे गांधी मेडिकल कॉलेज के 47 छात्रों को बर्खास्त कर दिया गया था। इन सभी छात्रों पर 2008 से 2012 के बीच पीएमटी के जरिये गड़बड़ी कर दाखिला लेने का आरोप है।
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फरवरी 2017 में 268 छात्रों की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने एक दिलचस्प फैसला सुनाया था। कोर्ट ने कहा था कि जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए सभी 634 छात्रों को ग्रेजुएशन पूरा होने के बाद पांच साल तक भारतीय सेना के लिए बिना किसी वेतन के काम करना पड़ेगा।
व्यापमं मे सामूहिक नकल की बात सामने आने के बाद 2008-2012 के छात्रों के बैच के एडमिशन रद्द कर दिए गए थे। इसके बाद सभी छात्रों ने कोर्ट से इस मामले में दखल देने की अपील की थी। सीएजी ने भी घोटाला सामने आने के बाद व्यापमं की विश्वसनीयता में कमी आने का जिक्र किया था।
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HIGHLIGHTS
- व्यापमं घोटाले के मुख्य आरोपी प्रवीण यादव ने की खुदकुशी
- 2008 से 2012 के बीच पीएमटी के जरिये गड़बड़ी कर दाखिला का आरोप
Source : News Nation Bureau