गुजरात में वलसाड़, नर्मदा, भावनगर, अमरेली, वड़ोदरा समेत कई जिलों में भारी बारिश हो रही है. इस मूसलाधार बारिश ने भले ही लोगों को गर्मी से राहत दी हो, लेकिन खुशगवार मौसम में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति देखने जाने वालों की समस्या बढ़ गई है. वड़ोदरा स्थित 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' की व्यूइंग गैलरी में पानी भर गया है. काफी ऊंचाई पर होने से व्यूइंग गैलरी को तो किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा है, लेकिन गैलरी में पानी भरने से वहां पहुंचे पर्यटकों का भारी असुविधा का सामना करना पड़ा रहा है.
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व्यूइंग गैलरी से पर्यटक लेते हैं मनोहारी दृश्यों को देखने का आनंद
गौरतलब है कि मौसम सुहाना होने से 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' देखने आने वालों का तांता लगा हुआ है. ऐसे में व्यूइंग गैलरी में पानी भर जाने से पर्यटकों को वहां से दूर-दूर तक फैले मनोहारी दृश्य देखने में दिक्कत आ रही है. इसे देखते हुए बारिश के पानी को जल्द से जल्द निकालने का काम तेजी से जारी है. गौरतलब है कि दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति के हृदय स्थल तक पहुंच कर पर्यटक आसपास की प्राकृतिक सुंदरता का आनंद ले सकते हैं. इसके लिए ही व्यूइंग गैलरी बनाई गई, लेकिन पहली बारिश में ही यहां अवरोध उत्पन्न हो गया है.
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182 मीटर की ऊंचाई के साथ है दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति
गौरतलब है कि लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की 143वीं पुण्यतिथि के मौके पर बीते साल 31 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया की सबसे ऊंची 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' मूर्ति का अनावरण किया. महज 4 साल में बनकर तैयार हुई इस प्रतिमा की कुल ऊंचाई 182 मीटर है. इसको बनाने की लागत 2989 करोड़ रुपए आई है. भारत की शान बनी 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है. इससे पहले दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति चीन में थी और उसके पहले अमेरिका की स्टैच्यू ऑफ लिबर्टी को यह गौरव प्राप्त था.
HIGHLIGHTS
- भारत की शान बनी 'स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति है.
- पहली ही बारिश में इसकी व्यूइंग गैलरी में पानी भरने से लोगों को हो रही परेशानी.
- महज चार साल में बनकर तैयार इस मूर्ति पर खर्च आया 2989 करोड़ रुपए.