राष्ट्रपति चुनाव के लिए दो उम्मीदवार मैदान में हैं. सत्ताधारी एनडीए की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए देश के इतिहास में पहली महिला आदिवासी द्रौपदी मुर्मू को उम्मीदवार बनाया गया है, तो कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल टीएमसी नेता और पहले बीजेपी में रहे केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) के नाम पर एकमत हुए हैं. हालांकि देश की सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक पार्टियों में से एक बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) ने द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की उम्मीदवारी का समर्थन किया है. पार्टी प्रमुख मायावती (BSP Chief Mayawati) ने लखनऊ में प्रेस को संबोधित करते हुए इस बात का ऐलान किया.
किसी के पक्ष-विपक्ष में नहीं, बल्कि पार्टी को ध्यान में रखते हुए फैसला
बसपा प्रमुख मायावती ने लखनऊ में कहा कि हमारी पार्टी ने आदिवासी समाज को अपने मूवमेंट का खास हिस्सा मानते हुए द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद के लिए अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है. हमने यह अति महत्वपूर्ण फैसला BJP और NDA के पक्ष या फिर विपक्षी पार्टी के विरोध में नहीं लिया है, बल्कि अपनी पार्टी के मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए एक आदिवासी समाज की योग्य और कर्मठ महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के लिए यह फैसला लिया है.
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कमजोर, गरीब और उपेक्षित वर्ग के लोगों के लिए फैसले लेती रही है बीएसपी
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी जुमलेबाजी नहीं करती, हम बाबा अंबेडकर की राह पर चलते हैं. हमारा लक्ष्य गरीब तबके का उत्थान है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी कमजोर, गरीब और उपेक्षित वर्ग के लोगों के लिए फैसले लेती रही है. राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए भी हमने इसी तरह का फैसला लिया है. मायावती ने कहा कि विपक्षी दलों की तरफ से मानों उनकी पार्टी को नजरअंदाज किया जा रहा हो, इस तरह का रवैय्या अपनाया जा रहा था. हालांकि हमारी पार्टी ने इन सबसे प्रभावित हुए बिना फैसला लिया है और देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति के तौर पर हम द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेंगे.
HIGHLIGHTS
- द्रौपदी मुर्मू की उम्मीदवारी के समर्थन में बीएसपी
- बीएसपी चीफ मायावती ने किया ऐलान
- हमारा निर्णय पक्ष-विपक्ष से नहीं है प्रभावित