वित्त मंत्रालय का प्रभार संभाल रहे केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने आज एक कार्यक्रम में बैंको को ईमानदारी से काम करने की नसीहत दी है। देश के अग्रणी बैंकों में शुमार स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के कार्यक्रम में रेल मंत्री गोयल ने कहा, 'बैंकिंग व्यवस्था में देश के लोगों का अटूट विश्वास है। लोग अपना पैसा बैंक में रखते हैं और भरोसा करते हैं कि हम अपना काम पूरी ईमानदारी से करेंगे लेकिन हमलोगों ने सामूहिक तौर पर उस भरोसे को कम किया है।'
पीयूष गोयल ने बैंकों के बढ़ते एनपीए और खराब लोन को लेकर कहा, 'हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि बैंक से कर्ज योग्य उधार लेने वाले शख्स को ही मिले। उन्होंने कहा, बैंकों को बेहद सुनियोजित और ईमानदारी से काम करने की जरूरत है।'
गौरतलब है कि बैंक से धोखाधड़ी कर हजारों करोड़ रुपये का लोन लेकर कर्जदाताओं के विदेश भाग जाने की वजह से सरकारी बैंकों की कमर टूटी हुई है। बैंक ऐसे कारोबारियों से लोन नहीं वसूल पा रहे हैं और उनका एनपीए दिन ब दिन बढ़ता जा रहा है।
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नीरव मोदी और विजय माल्या जैसे कई कारोबारियों के लोन लेकर नहीं चुकाने की वजह से बैंकिंग सिस्टिम औंधे मुंह गिर रहा है। केंद्र सरकार इन बैंकों को घाटे से उबारने के लिए और बढ़ते एनपीए पर लगाम लगाने के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रही है।
इसी क्रम में सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक आईडीबीआई को मोदी सरकार के दूसरी सरकारी इंश्योरेंस कंपनी एलआईसी को बेचने की चर्चा भी चल रही है। वहीं दूसरे विकल्प के तौर पर केंद्र सरकार कई बैंको के मर्जर पर भी विचार कर रही है।
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Source : News Nation Bureau